हरियाणवी गानों पर बैन ,बढ़ा विवाद, ‘112-NE’ समेत दो गाने बैन!

हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री एक बार फिर विवाद के केंद्र में है। गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप में लगातार गानों पर लगते प्रतिबंधों ने एक नई बहस छेड़ दी है—क्या यह कलाकारों की आवाज़ दबाने की साज़िश है?
हाल ही में ‘भरी कोर्ट में गोली मारेंगे मेरी जान’ जैसे सुपरहिट गाने से मशहूर हुए सिंगर अंकित बालियान ने सोशल मीडिया पर सरकार और प्रशासन पर नाराज़गी जताते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया। उन्होंने दावा किया कि उनके 250 मिलियन व्यूज वाले गाने के बाद अब उनका नया ट्रैक ‘112-NE’, जिसे 10 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके थे, बैन कर दिया गया है।
अंकित बालियान ने अपनी पोस्ट में लिखा—
“अगर ऐसे ही चलता रहा, तो हमें हरियाणा छोड़कर पंजाब, यूपी या भोजपुरी म्यूजिक करना पड़ेगा। हमारे गाने बैन हो रहे हैं, हमारा कंटेंट हटाया जा रहा है, हमारी आजीविका खतरे में है – इसकी भरपाई कौन करेगा?”
कलाकारों में गुस्सा और चिंता
सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा में अब तक 30 से ज्यादा गानों पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है, जिसमें अधिकतर गाने मशहूर सिंगर मासूम शर्मा के हैं। इसके अलावा अमित सैनी रोहतकिया, गजेंद्र फोगाट, और ढांडा न्योलीवाला जैसे चर्चित नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं।
बंटा हुआ जनमत
जहां एक ओर कुछ लोग इस बैन को समाज में बढ़ती हिंसा के खिलाफ ज़रूरी कदम मानते हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे कलाकारों की अभिव्यक्ति की आज़ादी पर सीधा हमला बता रहे हैं।
प्रश्न यह है—क्या संगीत को सेंसर कर देने से समाज सुधरेगा?
या फिर यह युवा कलाकारों की आवाज़ दबाने का एक नया तरीका बनता जा रहा है?
प्रशासन का पक्ष?
फिलहाल राज्य सरकार या संबंधित विभागों की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन माना जा रहा है कि गन कल्चर और हिंसा को बढ़ावा देने वाले कंटेंट पर प्रशासन सख्त रुख अपनाए हुए है।