गुजरात में भारी बारिश का कहर, 28 लोगों की मौत
देश के कई हिस्सों में मानसून ने कहर बरपा रखा है. मौसम विभाग ने 29 अगस्त को गुजरात, उत्तराखंड समेत 19 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. गुजरात में पिछले चार दिनों से मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. गुजरात में बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है.
वहीं, 18 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात कर राज्य के हालात का जायजा लिया. राज्य में बारिश के कारण 7 नेशनल हाइवे, 66 स्टेट हाइवे, 92 अन्य सड़कें और 774 पंचायत सड़कें, कुल मिलाकर 939 सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है. 238 तहसीलें भारी बारिश के चलते बाढ़ की चपेट में हैं. राज्य में राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF, SDRF के अलावा सेना की 6 टुकड़ियां तैनात की गई हैं.
दिल्ली और एनसीआर में भी बुधवार रात से भारी बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है. दिल्ली, नोएडा और एनसीआर के अंडरपासों की स्थिति सबसे गंभीर है, जहां पानी भरने से सड़कों पर जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है. गुजरात में द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जिलों में बुधवार को 12 घंटों के भीतर 50 मिमी से 200 मिमी के बीच बारिश दर्ज की गई. द्वारका के भानवड में 185 मिमी बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है। मौसम विभाग ने गुरुवार को सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
वहीं, मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर थम गया है. बुधवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर समेत प्रदेश के ज्यादातर जिलों में धूप खिली रही. हालांकि, 30 और 31 अगस्त से एक बार फिर मौसम विभाग ने जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग के 28 जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और राहत कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है.