हिन्दू धर्म संस्कारों और न्याय का संरक्षण करना ही सेविका का कार्य है- वी. शान्ता कुमारी

हिन्दू धर्म संस्कारों और न्याय का संरक्षण करना ही सेविका का कार्य है- वी. शान्ता कुमारी

सेविका ही सब कर कुछ सकती है ऐसा भाव, एक घंटे की शाखा से मिले प्रशिक्षण से तैयार हुई सेविकाएं बिना अपेक्षा, निस्वार्थ भाव से अपने परिवार, समाज और राष्ट्र मंे सकारात्मक परिर्वतन लाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। एक सेविका को कर्तव्य का संकल्प पूरा करने के लिए हमेशा प्रयास करना होगा। अन्याय, अधर्म के विरोध में खड़े होना और अपने हिन्दू धर्म, संस्कारों और न्याय का संरक्षण करना ही सेविका का कार्य है।   
राष्ट्र सेविका समिति की प्रमुख संचालिका वी. शाता कुमारी गुरूवार को राष्ट्र सेविका समिति जयपुर प्रांत सांगानेर विभाग की ओर से आयोजित शाखा एकत्रिकरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी। इस दौरान उन्होंने   भगवत गीता के श्लोकों सहित संस्कृत के श्लोकों के माध्यम से सेविकाओं को स्मरण कराया नारी सशक्तिकरण कैसे कर सकते है। गणवेश की विशेषता, सेविकाओं के लिए करने योग्य कार्य और एक घंटे की शाखाओं के माध्यम से मिलने वाले संस्कारों के मायने स्पष्ट किये साथ ही हिन्दू धर्म संस्कारों के प्रति सेविकाओं के कर्तव्यों से अवगत कराया।  
प्रमुख संचालिका ने कहा गणवेश पहनने से सामजिक समरसता का भाव निर्माण होता है। सृजन, संस्कार व समाज कार्यो का सेविकाएं व्रत ले, हिन्दू धर्म संरक्षण के लिए  हिन्दू संस्कारों को व्यक्तिगत आचरण में लाए। समाज सुधारने के साथ एक अच्छा नागरिक निर्माण करने का संकल्प लेकर उसको ंपूरा करने के लिए कटिबद्ध होने से स्वधर्म, स्वराष्ट्र स्वसंस्कृति का संरक्षण होगा।

 
 वी शान्ता कुमारी ने लक्ष्मी केलकर मौसी जी के कहे वाक्यों को दोहराते हुए कहा  एक नारी अपने अन्दर की शक्ति को पहचानने से असामान्य कार्य भी कर सकती है, यही नारी सशक्तिकरण है।  
 प्रताप नगर स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक महिला महाविद्यालय प्रागंण में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राचार्या सुबोध बीएड कॉलेज डॉ इन्दु शर्मा ने कहा मै इस समारोह में आकर स्वयं को गौरान्वित महसूस कर रही हूॅ।  बेटियां कैसे सुरक्षित रहे कैसे प्रगति के पथ पर अग्रसर हो उसके लिए यहा निरन्तर प्रयास चल रहे है तो मै आप सभी को अपने हृदय के अन्तःकरण से ढेर सारी शुभकामनाएं देती हूॅ आप और हम विकसित राष्ट्र के सपने को साकार करने में इस महायज्ञ में श्रम, सेवा नेतृत्व और मातृत्व के माध्यम से जितनी अधिक आहुतियां दे सके  उन तमाम कार्यो को पूरा करने के लिए हमेशा सजग रहे । जिससे भारत का गौरव पुनः विश्व गुरू के रूप में प्रतिष्ठापित हो पाए। 
राष्ट्र सेविका समिति जयपुर प्रांत सांगानेर विभाग की ओर से आयोजित शाखा एकत्रिकरण कार्यक्रम में विभाग कार्यवाहिका गीताजंली पारीक, सहित समिति की क्षेत्र एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्य भी उपस्थित रही।