Trump का एक और "व्हाट्सएप फॉरवर्ड" बयान

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर एक बार मीडिया के सामने आकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि अगर वह नहीं होते, तो भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध हो चुका होता। ट्रंप के मुताबिक, उन्होंने दोनों देशों को धमकाया कि अगर शांति नहीं बनी तो वे उनके साथ व्यापार बंद कर देंगे।
ट्रंप ने कहा, "नो वार, नो न्यूक्लियर, जस्ट ट्रंप," और बताया कि उन्होंने व्यापार को हथियार बना कर भारत-पाक को शांति की राह पर लाया। उनका कहना है कि उन्होंने विश्व को बताया कि न्यूक्लियर बटन दबाने से अच्छा है, ट्रेड बटन ऑफ कर दो।
ट्रम्प का दावा या कॉमेडी?
ट्रम्प के इस बयान ने सोशल मीडिया और राजनैतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने उनकी बात मान ली थी।
सोचिए, क्या सच में मोदी-शरीफ ट्रम्प के Zoom कॉल पर बैठे थे और बोले, "सर, हमें आपकी ई-कॉमर्स डिप्लोमेसी पर भरोसा है"? ट्रंप की इस कॉन्फिडेंस पर लोग सवाल उठा रहे हैं और मजाक बना रहे हैं कि अगर वे Avengers: Endgame के विलेन Thanos को भी शांत कर सकते, तो वो फिल्म 15 मिनट में खत्म हो जाती।
ट्रम्प के बयान की असलियत
ट्रम्प ने 3 दिनों में 3 अलग-अलग बयान दिए —
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पहले कहा, "मैंने जंग रोकी।"
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फिर कहा, "मैंने सिर्फ बिज़नेस ऑफर किया।"
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अंत में कहा, "मैंने कुछ नहीं किया, बस मदद की।"
यानी ट्रंप के बयान उतने ही बदलते रहते हैं जितना उनके हेयरस्टाइल। स्टाइल में तो महारथी हैं, लेकिन बात में पकड़ कम है।
क्या ट्रंप वाकई वर्ल्ड पीस सुपरहीरो हैं?
इस सवाल का जवाब देना मुश्किल है। ट्रंप के ये बयान एक तरफा राजनीतिक शो भी लग सकते हैं और दूसरी तरफ दुनिया में हलचल मचा देने वाले कॉन्ट्रोवर्सी।
अब सवाल जनता के सामने है — क्या ट्रंप सच में भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बनाए रखने वाले सुपरहीरो हैं या सिर्फ अमेरिका के एक और "व्हाट्सएप फॉरवर्ड" हैं जो बिना प्रूफ के बड़े-बड़े दावे करते हैं?