"टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान" में सोशल मीडिया कैम्पेन के जरिए आमजन को किया जाएगा जागरूक: सीएमएचओ
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जयपुर :
जिला जयपुर द्वितीय में आगामी 24 मार्च 2025 तक "टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान" का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आमजन को टीबी (क्षय रोग) के प्रति जागरूक करना, टीबी मरीजों की पहचान करना और उन्हें सही समय पर उपचार दिलाना है। इसके लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहायता से ग्राम पंचायत स्तर पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 15 फरवरी से जिले के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर एक डिजिटल जागरूकता कैम्पेन शुरू किया जाएगा। इस कैम्पेन के तहत फेसबुक, ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो, पोस्टर, रील्स और अन्य डिजिटल सामग्री शेयर की जाएगी ताकि टीबी के प्रति जागरूकता को अधिकतम स्तर तक पहुंचाया जा सके।
टीबी मुक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ), जयपुर द्वितीय डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि "टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान" का उद्देश्य टीबी रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ संभावित टीबी रोगियों की पहचान करना और उनके लिए आवश्यक उपचार सुनिश्चित करना है। अभियान के तहत ग्राम पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्रभावी ढंग से प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने बताया कि 11 फरवरी से ही जिला एवं ब्लॉक स्तर पर आमुखीकरण कार्यशालाएं और स्टेकहोल्डर्स मीटिंग्स आयोजित की जा रही हैं। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों, स्कूलों, स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को अभियान के उद्देश्यों और कार्ययोजना की जानकारी दी गई है।
टीबी उन्मूलन के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रम
अभियान के दौरान ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर विभिन्न जन-जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसमें विशेष रूप से निम्नलिखित कार्यक्रम शामिल हैं:
तम्बाकू उपभोक्ताओं के लिए काउंसलिंग: तम्बाकू का सेवन टीबी रोग को बढ़ाने में एक प्रमुख कारक है। अभियान के तहत टीबी रोगियों और तम्बाकू सेवन करने वालों को काउंसलिंग दी जाएगी ताकि वे तम्बाकू छोड़कर स्वस्थ जीवन शैली अपना सकें।
विद्यालयों में भाषण प्रतियोगिताएं: ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर के स्कूलों में टीबी जागरूकता विषय पर भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इससे छात्रों में क्षय रोग के प्रति समझ विकसित होगी और वे अपने परिवार और समुदाय को भी जागरूक कर सकेंगे।
ग्राम पंचायत स्तर पर नारा लेखन और रैली: ग्राम पंचायतों में टीबी उन्मूलन को लेकर नारा लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी और जन-जागरूकता रैलियां निकाली जाएंगी।
जिला स्तर पर मैराथन दौड़, प्रभात फेरी और जागरूकता रैली: स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन मिलकर एक भव्य जागरूकता रैली और मैराथन दौड़ का आयोजन करेगा। इसमें आम नागरिकों, स्कूलों, कॉलेजों और स्वयंसेवी संगठनों की भागीदारी होगी।
होर्डिंग्स, फ्लैक्स और ब्रोशर के माध्यम से प्रचार: अभियान के दौरान टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज से संबंधित जानकारी वाले होर्डिंग्स, फ्लैक्स, पोस्टर और ब्रोशर विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में लगाए जाएंगे।
टीबी मरीजों के लिए विशेष पहल: निःक्षय मित्र अभियान
संभावित टीबी रोगियों की पहचान और जांच अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए निःक्षय पोषण मित्र योजना के तहत निःक्षय मित्रों के माध्यम से टीबी रोगियों को पोषण किट उपलब्ध कराने की योजना पर भी काम कर रहा है।
इस पहल के तहत स्वयंसेवी संस्थाओं और जनप्रतिनिधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वे टीबी मरीजों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में सहयोग करें।
सोशल मीडिया कैम्पेन से डिजिटल जागरूकता अभियान
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. हंसराज भदालिया ने बताया कि आगामी 15 फरवरी से जिले के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर डिजिटल कैम्पेन शुरू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य टीबी के प्रति अधिक से अधिक लोगों को डिजिटल माध्यम से जागरूक करना और क्षय रोग से जुड़े मिथकों को दूर करना है।
सोशल मीडिया कैम्पेन की प्रमुख विशेषताएं:
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पोस्टर, वीडियो और शॉर्ट रील्स:
टीबी से बचाव, इलाज और सरकार की निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने वाले वीडियो, पोस्टर और रील्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जाएंगे।
हैशटैग कैंपेन:
इस जागरूकता अभियान को सोशल मीडिया पर व्यापक पहुंच देने के लिए #TBFreedomIndia, #EndTB, #TBMuktPanchayat, #NikshayPoshanMitra जैसे ट्रेंडिंग हैशटैग्स का उपयोग किया जाएगा।
इन्फ्लुएंसर और हेल्थ एक्सपर्ट्स की भागीदारी:
स्थानीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों, डॉक्टरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा टीबी उन्मूलन पर लाइव वेबिनार और ऑनलाइन सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।
यूजर जेनरेटेड कंटेंट और सफल मरीजों की कहानियां:
टीबी से ठीक हो चुके मरीजों की प्रेरणादायक कहानियां वीडियो इंटरव्यू और ब्लॉग पोस्ट के जरिए साझा की जाएंगी, जिससे अन्य लोग भी उपचार के लिए आगे आएं।
24 मार्च को होगा टीबी उन्मूलन दिवस पर विशेष आयोजन
अभियान के अंतिम चरण में 24 मार्च, 2025 को राष्ट्रीय क्षय रोग दिवस के अवसर पर एक विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम में राज्य स्तर पर उन जिलों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने टीबी उन्मूलन में बेहतरीन कार्य किया होगा।
"टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान" एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है जो टीबी उन्मूलन की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। सोशल मीडिया कैम्पेन और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से, इस अभियान का लक्ष्य है कि हर व्यक्ति टीबी के लक्षणों को पहचाने, समय पर जांच कराए और इलाज को पूरा करे।
आइए, हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के संकल्प को साकार करें!