अवैध हथियारों की धरपकड़ जारी, वोटिंग के बाद 8 पिस्तौल, 21 कारतूस पकड़े
राजस्थान में लोकसभा आम चुनाव-2024 के लिए आमतौर पर शांतिपूर्ण ढंग से मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए कड़ी चौकसी बरती जा रही है. इस क्रम में मतदान के दो दिन बाद रविवार को राज्य पुलिस ने 8 अवैध हथियारों और 21 कारतूस की बरामदगी की है. राज्य में अब तक 1,394 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखने का परिणाम है कि राज्य में चुनाव से जुड़ी गतिविधियों के दौरान शांति रही है. पुलिस ने इस अवधि में 2,646 कारतूस, 4,161 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 7 आईईडी (बम) जब्त किए गए हैं. एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री पर छापे की कार्रवाई भी की गई है. गुप्ता ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए 16 मार्च को आचार संहिता लागू होने के साथ ही निर्वाचन विभाग सहित विभिन्न विभागों की मुस्तैदी के चलते राजस्थान में भयमुक्त, निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित चुनाव करवाने के लिए हर स्तर पर प्रभावी कदम उठाए गए.
राज्य पुलिस ने अवैध हथियारों तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्यवाही की. राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को इस विषय में प्रेषित नवीनतम नियमित रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान 1.99 लाख व्यक्तियों को विभिन्न अवांछित गतिविधियों के कारण पाबंद किया गया. कुल 64,089 व्यक्तियों को अपराध प्रक्रिया संहिता की धाराओं 107, 108, 110 एवं 151 आदि के तहत पाबंद किया है. इसी प्रकार, 1,35,316 व्यक्तियों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही 109 और 116(3) धाराओं के तहत पाबंद किया गया. इस अवधि में 17 लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) सहित अन्य धाराओं में प्रतिबंधित किया गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश भर में आम सुरक्षा की दृष्टि से कुल 1,62,777 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 1,55,666 हथियार विभिन्न पुलिस थानों में जमा करवाए गए हैं. कुल 1,743 हथियार लाइसेंस निरस्त किए गए हैं तथा 51 लाइसेंसी हथियारों को जब्त किया गया है. गुप्ता के अनुसार, स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन तथा धन-बल रहित चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान में राजस्थान में 35 अन्त:राज्य और 204 अंतर्राज्यीय पुलिस नाकों सहित कुल 239 स्थानों पर निगरानी की जा रही है. साथ ही, प्रदेशभर में कुल 481 सतर्कता दल भी सक्रिय स्थिति में रखे गए हैं.