एडवोकेट रुचि सेठी ने बाल विवाह से मुक्त कराया

एडवोकेट रुचि सेठी ने बाल विवाह से मुक्त कराया

14 साल से बाल विवाह का दंश झेल रही बिंदिया को एडवोकेट रुचि सेठी ने संबल दिया, उनके प्रयासों से बालिका वधू बिंदिया को असली आजादी प्राप्त हुई. बिंदिया मात्र 7 वर्ष की उम्र में ही बाल विवाह की बेड़ियों में जकड़ गई थी. बिंदिया को बड़े होने पर खुद के बाल विवाह होने की जानकारी प्राप्त हुई जिसे सुनकर वो अवसादग्रस्त हो गई. उसको अपने ख्वाब टूटे हुए दिखे. इसी दौरान ही ससुराल वालों ने बिंदिया का गौना करने का दबाव बनाया और धमकियां दी जिस कारण बिंदिया का पूरा परिवार डर और भय से सहम गया. बिंदिया के भाई किशन ने साहस रखते हुए सामाजिक कुरीति के खिलाफ आवाज उठाते हुए बाल विवाह को निरस्त करने के लिए एडवोकेट रुचि सेठी, विशाल सिंघल से संपर्क किया और अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति व पीड़ा के बारे में वास्तविकता से अवगत कराया.

एडवोकेट रुचि सेठी ने 4 साल की लंबी कानूनी लड़ाई लड़कर बाल विवाह को निरस्त करवाया. पारिवारिक न्यायालय क्रम संख्या 5 जयपुर ने बिंदिया के बाल विवाह को शून्य करार दिया. उक्त केस में एडवोकेट रुचि सेठी ने कोई फीस नहीं ली, इससे पूर्व भी कई गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के लिए नि:शुल्क पैरवी कर चुकी है. कोर्ट का फैसला आते ही बिंदिया व उसके भाई किशन की खुशी की कोई सीमा नहीं रही, उन्होंने एडवोकेट रुचि सेठी का बहुत-बहुत आभार जताया. एडवोकेट रुचि सेठी को अपने उत्कृष्ट कार्यो के लिए कई नामचीन अवॉर्डों से नवाजा जा चुका है जिसमें वूमेन अचीवर्स अवार्ड, लोकमत स्मृति अवार्ड, ट्रेलब्लेजर वूमेन अवॉर्ड, द लेजेंड अवॉर्ड ऑफ इंडिया, जयपुर नगर निगम द्वारा नारी शक्ति सम्मान, उम्मीद रत्न अवार्ड, जयपुर रत्न सम्मान, राजस्थान वूमेन अचीवर अवार्ड, सशक्त नारी सम्मान, महिला दिवस पर ए यू बैंक व रिलायंस कंपनी द्वारा सम्मान, इंडो इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड, स्वामी विवेकानंद सम्मान, नारी शक्ति योद्धा सम्मान, बेस्ट ऑफ इंडस्ट्री अवॉर्ड, इंडो ग्लोबल बिज़नेस अवार्ड आदि प्रमुख है.