विनायक मिल्क फूड प्रोडक्ट भीलपुरा पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम : रसगुल्लों के अंदर रस की जगह मिले कीड़े

विनायक मिल्क फूड प्रोडक्ट भीलपुरा पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम : रसगुल्लों के अंदर रस की जगह मिले कीड़े

चालसू तहसील में शिकायत प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों पर चलाए जा रहे हैं आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत विनायक मिल्क फूड प्रोडक्ट भीलपुरा में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम आयुक्त इकबाल खान के निर्देश पर अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। 

विनायक मिल्क फूड प्रोडक्ट के स्टोर में कई तरह की मिठाईयां तैयार की जा रही थी। इन्हें बड़ी मात्रा में पैक करके भी रखा गया था। जिनमें जैन स्पंजी केसर बाटी, सुदामा केसर बाटी, विनायक रसगुल्ला, प्लेन रसगुल्ला, बीकानेरी श्री राम रसगुल्ला, श्री राम ताजा रसगुल्ला, विनायक रसगुल्ला, विनायक राजभोग जैसे कई नामों के पैक टीम को मिले। जो कागज की पैकिंग में गंदे पानी में स्टोर कर रखे गए थे।

कबूतर, बिल्ली, चींटे, कीड़े-मकोड़े, मधुमक्खियां और गंदा पानी, काई ये सब किसी चिड़ियाघर में आम बात है। लेकिन ये सब वहां नहीं किसी रसोई या खाने के स्टोर में हो तो कलेजा मुंह में आ जाएगा। ये हालात जयपुर ग्रामीण के भीलपुरा ग्राम पंचायत में विनायक मिल्क फ़ूड प्रोडक्ट कंपनी के गोदाम में देखने को मिला। जयपुर जिला परिषद के जालसू पंचायत समिति में आने वाले भीलपुरा में खाद्य विभाग की टीम ने जांच की। ये जांच कंपनी के स्टोर में हुई जहां भारी ​अनियमितताओं के भंडार देखने को मिले। मुख्यमंत्री के निर्देशों से चलाए जा रहे अभियान शुद्ध आहार मिलावट पर वार के तहत मंगलवार को विनायक मिल्क फूड प्रोडक्ट में विभाग की टीम खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान के निर्देश व पंकज ओझा अतिरिक्त आयुक्त के नेतृत्व में मौके पर पहुंची।

भारी गंदगी में तैयार हो रहे रसगुल्ले देखकर टीम भी हैरान रह गई। यहां दूध में चासनी में सब जगह मधुमक्खियां, कीड़े—मकोड़े के अंबार मिले। यही नहीं गंदे पानी में ही रसगुल्ला  पेपर में पैक ठंडा होने के लिए रखा गया था। जहां बदबू इतनी ज्यादा थी कि कोई आदमी फैक्ट्री के अंदर खड़ा भी नहीं रह सकता। कई ब्रांड नाम से यहां पर केसर बाटी राजभोग रसगुल्ला छोटे रसगुल्ले रसमलाई के रसगुल्लों की पैकिंग चल रही थी।

खाद्य विभाग की टीम ने यहां मिले लगभग 20,000 किलो बने हुए रसगुल्ले, राजभोग, केसर बाटी को सीज किया। मौके पर कई कार्टन पैक किए हुए बिना पैकिंग डेट के भी पाए गए।