श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर में हुआ नरसिम्हा चतुर्दशी का भव्य आयोजन

श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर में हुआ नरसिम्हा चतुर्दशी का भव्य आयोजन


धर्म की रक्षा करने और अधर्म को समाप्त करने के लिए भगवान् ने नरसिंह का अवतार लिया | भगवान् अपने भक्तों की हर बुराई से रक्षा करते हैं, उनकी कृपा दृष्टि भक्तों पर इसी तरह बनी रहे और भक्तों को सदा उनका आशीर्वाद मिलता रहे इसके लिए 22 मई को श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर में नरसिम्हा चतुर्दशी का भव्य आयोजन किया गया| श्री श्री कृष्ण बलराम का विशेष चन्दन अलंकार  किया गया , जिसे देखकर भक्त भाव विभोर हो गए| मंदिर में विशेष फूल बँगला झांकी सजाई गई, जिसे देखने के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ था | भक्तों ने नरसिम्हा यज्ञ में भाग लेकर उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया | गौरतलब है की इन दिनों श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर में हरे कृष्ण कल्चर कैंप का आयोजन हो रहा है और नरसिम्हा चतुर्दशी के दिन कल्चर कैंप में भाग लेने आये बच्चों ने भी नरसिम्हा यज्ञ में भाग लिया और साथ ही नरसिम्हा आरती भी गाई |


नरसिम्हा चतुर्दशी के दिन श्री श्री कृष्ण बलराम मंदिर में संध्या के समय नरसिम्हा यज्ञ किया गया और साथ ही भक्तो ने नरसिम्हा कवच का पाठ भी किया | इसके साथ ही तीन दिवसीय नरसिम्हा कथा का आयोजन हरे कृष्ण मूवमेंट और कृष्णभावनामृत सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में हुआ | 
नरसिम्हा चतुर्दशी का त्यौहार वैशाख महीने के शुक्ल की चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है ,भगवान् नरसिम्हा नरसिम्हा चतुर्दशी के दिन सूर्यास्त के समय प्रकट हुए थे और इसीलिए सूर्यास्त के समय ही भगवान् की पूजा अर्चना की जाती है |
मंदिर के अध्यक्ष श्री अमितासन दास ने नरसिम्हा चतुर्दशी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा की जो भक्त आज के दिन भगवान् नरसिम्हा की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं उन्हें महान फल की प्राप्ति होती है और वैकुण्ठ लोक में स्थान मिलता है |