आस्था का महासंगम : गौ माता की पूजा में छिपा है एक विशेष संदेश।

आस्था का महासंगम : गौ माता की पूजा में छिपा है एक विशेष संदेश।

गोपाष्टमी के शुभ अवसर पर आंगन फाउंडेशन परिवार ने गोमाता की पूजा, आरती और भोज का आयोजन कर पुण्य कार्य किया। यह आयोजन नारायण धाम गोपाल बाड़ी में स्थित महाराज श्री की गोशाला में संपन्न हुआ। श्री श्री 1008 श्री रामरतन दास जी महाराज ने इस धार्मिक अनुष्ठान की अगुवाई की और गोमाता के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हुए पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की।

इस विशेष आयोजन का उद्देश्य न केवल गोमाता के प्रति आदर-सम्मान व्यक्त करना था, बल्कि इसके माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से एक अपील करना भी था। श्री रामरतन दास जी महाराज एवं आंगन फाउंडेशन परिवार ने राजस्थान में गोमाता को ‘राजमाता’ का दर्जा देने की मांग एक बार फिर से उठाई। उनका मानना है कि गोमाता की महिमा को आधिकारिक रूप से मान्यता मिलनी चाहिए ताकि समाज में गोसंवर्धन और संरक्षण को बढ़ावा मिले।

आयोजन का विस्तृत विवरण

गोपाष्टमी के इस पावन अवसर पर आंगन फाउंडेशन ने गोमाता के लिए भोज का आयोजन किया, जिसमें कई प्रकार के भोज्य पदार्थ जैसे गुड़, चारा, गेहूं दलिया, चना चूरी, दाना मैथी, सेंधा नमक, खल, चुनरी, बाल्टी, परात, सांकल, रस्सी आदि की सेवा गोशाला में की गई। आंगन फाउंडेशन के सभी सदस्यों ने मिलकर गोमाता को श्रद्धा और भक्ति भाव से अर्पण किया और इसे एक पुण्य कार्य के रूप में संपन्न किया।

आयोजन में आंगन फाउंडेशन परिवार की उपस्थिति

इस धार्मिक आयोजन में आंगन फाउंडेशन परिवार के सभी प्रमुख सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे। संस्था के अध्यक्ष गोविंद नाटाणी, उपाध्यक्ष केशव पीतलिया, कोषाध्यक्ष शिवकृष्ण गुप्ता, और सहमंत्री प्रियांशु खंडेलवाल ने महाराज की उपस्थिति में इस आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न करने में अपना विशेष योगदान दिया। इसके अलावा, संस्था के अन्य सदस्य जैसे ललित जी, अंकित गुप्ता, सौरभ गुप्ता, सोनू गुप्ता और अन्य सदस्यों ने भी पूरे आयोजन में अपनी सहभागिता दर्ज कराई।

गोमाता को ‘राजमाता’ का दर्जा देने की अपील

श्री रामरतन दास जी महाराज ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से गोमाता को ‘राजमाता’ का दर्जा देने का आह्वान किया। उनका कहना है कि गोमाता केवल एक पशु नहीं, बल्कि सनातन धर्म में उसकी विशेष मान्यता है। गोमाता के प्रति आदर-सम्मान और उसकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने से राज्य में गोसंवर्धन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों में इसकी महत्ता की जागरूकता भी बढ़ेगी। गोमाता की सेवा से जुड़ी संस्कृति को जीवित रखना और अगली पीढ़ी को इसके महत्व को समझाना इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य है।

आंगन फाउंडेशन का संदेश

आंगन फाउंडेशन परिवार के इस पुण्य कार्य से यह संदेश दिया गया है कि समाज में गोमाता का संरक्षण और उसे सम्मान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके अनुसार, गोमाता को राजमाता का दर्जा दिए जाने से राज्य में गोसंवर्धन और संरक्षण को नई दिशा मिलेगी। आंगन फाउंडेशन परिवार भविष्य में भी गोसंरक्षण और समाज सेवा के कार्यों को निरंतर जारी रखेगा और इसके लिए सामाजिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगा।

इस प्रकार, गोपाष्टमी पर गोमाता की पूजा और सेवा करके आंगन फाउंडेशन ने समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया है। गोमाता की महिमा को समझाने और उसे समाज में सर्वोच्च सम्मान देने के उद्देश्य से आंगन फाउंडेशन का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है।