बीकानेर नगर निगम में आंतरिक भ्रष्टाचार के सारे पैमाने पार !

बीकानेर नगर निगम में आंतरिक भ्रष्टाचार के सारे पैमाने पार !

बीकानेर नगर निगम में आंतरिक भ्रष्टाचार के सारे पैमाने पार हो चुके हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जो जानकर आपके पैरों तले की ज़मीन ही खिसक जाएगी। 
दरअसल, मामला वल्लभ गार्डन एसटीपी के पास स्थित 100 बीघा बारानी भूमि के ठेके से जुड़ा है। यह भूमि सब्जियां/खेती हेतु प्रदान की गई थी।निगम ने जुलाई 2023 में इस ज़मीन हेतु टेंडर निकाला था। भादू ब्रादर्स ने 6100 रूपए बीघा के हिसाब से भूमि का टेंडर हासिल कर लिया। 
जानकारी के अनुसार अब यहां ई-नीलामी की शर्तों का उल्लघंन हो रहा है। निगम ने भी नियम विरुद्ध जाकर यह टेंडर किया बताते हैं। पहला आरोप यह है कि निगम ने भादू ब्रादर्स को खेती हेतु एसटीपी का पानी निशुल्क देने की स्वीकृति प्रदान कर दी, जबकि यह पानी निःशुल्क नहीं दिया जा सकता। 


बात यहीं नहीं रुकी, अब जो मौके पर हो रहा है वह बीकानेर की जनता के स्वास्थ्य व विश्वास के साथ खिलवाड़ है। बताया जा रहा है कि इस भूमि पर गंदे पानी से खेती की जा रही है। ठेकेदार एसटीपी से पानी लेने की बजाय पास के गंदे तालाब से सीधे मोटर लगाकर पानी खींच रहा है। इसी गंदे पानी से तैयार फसल इंसान खाता है। 
टेंडर की शर्तों में स्पष्ट है कि उक्त भूमि पर अशोधित व बोरवेल के जल का प्रयोग पूर्णतः वर्जित होगा। निगम की भूमि पर खुल्लमखुल्ला फैलाई जा रही इस गंदगी पर निगम मौन है। इससे ऐसे लगता है जैसे निगम ने अप्रत्यक्ष तौर पर गंदे पानी में खेती उगाने का ही ठेका दिया हो।