जयपुर में कबीर वाणी से आत्मिक शांति का एहसास
जयपुर जवाहर कला केन्द्र में विश्व संगीत दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के दूसरे दिन शनिवार को इंदौर के राजमल मालवीय एवं उनके समूह ने कबीर वाणी की प्रस्तुतियों से प्रात:कालीन सत्र की शुरुआत की. तंबूरा, ढोलक, वायलीन, और हारमोनियम की मधुर संगत पर राजमल मालवीय ने संत कबीर के भजनों की प्रस्तुति देकर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया.
इस संगीतमय सुबह में कबीर की वाणी ने श्रोताओं के दिलों को छू लिया और उन्होंने कबीर की शिक्षाओं को आत्मसात कर आत्मीय शांति का अनुभव किया। श्रोताओं ने बताया कि इस प्रस्तुति ने उन्हें आध्यात्मिक शांति और संतोष प्रदान किया. समारोह का क्रम दोपहर तीन से पांच बजे संवाद सत्र और काव्य गोष्ठी के साथ आगे बढ़ेगा। इसके बाद शाम सात से साढ़े आठ बजे तक कबीर गायन की प्रस्तुति का आयोजन किया जाएगा, जिसमें और भी कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे. इस समारोह का आयोजन विश्व संगीत दिवस के उपलक्ष्य में किया गया है और यह श्रोताओं के लिए एक अद्वितीय और अविस्मरणीय अनुभव साबित हो रहा है।