जयपुर में अलौकिक कीर्तन दरबार

जयपुर में अलौकिक कीर्तन दरबार

जयपुर में एक अद्भुत कीर्तन दरबार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें गुरप्रीत सिंह जी (रिंकू वीर जी) अपने प्रवचनों से संगत को निहाल करेंगे। आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बारे में विस्तार से. जयपुर, जिसे छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है, 23 जून 2024 को एक विशेष आयोजन की साक्षी बनेगी। श्री अकाल तख्त साहिब की सरपरस्ती में, गुरु‌द्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा, नेहरु नगर, पानीपेच और जयपुर शहर के अन्य गुरु‌द्वारा प्रबंधक कमेटियों के सहयोग से सूरज मैदान, आदर्श नगर में अलौकिक कीर्तन दरबार सजाया जाएगा.

 यह आयोजन सांय 5 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक चलेगा. इस कार्यक्रम में मुंबई के भाई साहब गुरप्रीत सिंह जी (रिंकू वीर जी) अपने कीर्तन और प्रवचनों से संगत को गुरु ग्रंथ साहिब जी के चरणों से जोड़ेंगे। इस भव्य कीर्तन दरबार में पचास हजार से अधिक संगत की उपस्थिति की उम्मीद है। कार्यक्रम में सुखमनी साहिब जी के पाठ और कीर्तन दरबार सजाए जाएंगे, जिनमें हरविंदर सिंह (रूबी वीर जी), हरचरन सिंह जेठरा, गुरमीत सिंह जी सहित अन्य प्रमुख शख्सियतें भी शामिल होंगी. पानीपेच गुरु‌द्वारा साहिब के प्रमुख घनेंद्र सिंह (डिंपल वीर), बलबीर सिंह कोचर, धर्मेन्द्र सिंह (चुन्नू वीर), गंभीर सिंह और योगेन्द्र सिंह ने बताया कि गुरु नानक सत्संग सभा नेहरु नगर पानीपेच से शोभा यात्रा दोपहर 1 बजे से शुरू होगी। पांच प्यारों की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी, कीर्तन करते हुए दशहरा मैदान से होते हुए सूरज मैदान में 4 बजे तक पहुंचेगी। अरदास के उपरांत गुरु ग्रंथ साहिब जी का उच्च स्थान पर प्रकाश किया जाएगा. कार्यक्रम की शुरुआत 5 बजे श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ से होगी, जिसमें हजारों संगत भाग लेंगी। इसके बाद सांय 6:30 बजे सुखमनी साहिब के पाठ की समाप्ति पर अरदास होगी और देग प्रसाद बरताया जाएगा। सांय 7 बजे बाद रहरास साहिब जी के पाठ प्रारंभ होंगे। आरती के बाद भाई गुरप्रीत सिंह जी और उनके कीर्तनी जत्थे द्वारा कीर्तन होगा, जिसके उपरांत अटूट लंगर का आयोजन किया जाएगा. इस कीर्तन दरबार में सिख, पंजाबी, सिन्धी सहित सभी समुदायों का भरपूर सहयोग मिल रहा है.

 सभी समाज के लोग इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। जयपुर के विभिन्न गुरुद्वारे, मंदिर समितियां और सामुदायिक केंद्र बाहर से आने वाली संगत को ठहराने की व्यवस्था कर रहे हैं. यह आयोजन 50 हजार वर्ग फीट एयर कूल्ड पंडाल में होगा। संगत की सुविधा के लिए निशुल्क पार्किंग, 70 से अधिक ई-रिक्शा, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ, 6 एम्बुलेंस और 10 एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। राजस्थान ही नहीं, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब और मध्यप्रदेश से भी संगत इस कीर्तन दरबार में आ रही है. गुरु नानक साहिब जी के बचन "खत्री ब्राह्मण शुद्र वैश्य, उपदेश चहुँ वर्णा को साँझा" इस कार्यक्रम में सच्चे होते दिख रहे हैं, जहां सभी समुदाय मिलकर इस अद्भुत कीर्तन दरबार को सफल बना रहे हैं।