तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद वाराणसी पहुंचे मोदी, किसानों के लिए बड़ा फैसला...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने पहले वाराणसी दौरे पर महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं. इस दौरे पर उन्होंने 9.60 करोड़ किसानों को सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी करते हुए 20 हजार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में डाले. प्रधानमंत्री मोदी ने 27 मिनट तक भाषण दिया जिसमें उन्होंने मुख्य रूप से किसानों, महिलाओं, विकास और काशी पर ध्यान केंद्रित किया। विपक्ष और राजनीति पर कोई टिप्पणी नहीं की. प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, "चुनाव जीतने के बाद हम पहली बार बनारस आए हैं. जनता जनार्दन को प्रणाम, काशी के लोगों ने हमें लगातार अपना प्रतिनिधि चुनकर धन्य कर दिया है.
अब तो मां गंगा ने भी मुझे गोद ले लिया है. मैं यहीं का हो गया हूं. मैं चाहता हूं कि दुनिया के हर घर में डायनिंग टेबल पर भारतीय अनाज हो. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी 8 किलोमीटर लंबा रोड-शो करेंगे. फिर कालभैरव और बाबा विश्वनाथ का षोडशोपचार कर विशेष पूजन करेंगे. घाट पर मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर पूजन करेंगे और गंगा आरती में भी शामिल होंगे. यह प्रधानमंत्री मोदी का 51वां वाराणसी दौरा है. कार्यक्रम की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की, जिससे 9.60 करोड़ किसानों को लाभ हुआ है. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और भारतीय कृषि को वैश्विक स्तर पर पहुँचाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि भारतीय अनाज दुनिया के हर घर में पहुंचे. प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल विकास योजनाओं की समीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह वाराणसी के लोगों के प्रति उनके गहरे लगाव और समर्पण को भी दर्शाता है. प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर वाराणसी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और शहर में उत्सव का माहौल है। उनके इस दौरे से वाराणसी के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।