जयपुर सेंट्रल जेल में कैदी की भूख हड़ताल
जयपुर सेंट्रल जेल में पिछले तीन साल से एनडीपीएस एक्ट में ट्रायल का सामना कर रहे कैदी तोफिक खान ने जेल प्रशासन के खिलाफ प्रताड़ना के आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल शुरू की है. उनके भाई ज़ाकिर हुसैन ने मीडिया से बातचीत में जेल प्रशासन पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाया है. ज़ाकिर हुसैन ने बताया कि तोफिक खान पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर हैं, क्योंकि उनके साथ जेल में अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तोफिक को डबल सेल में प्रताड़ित करने के लिए रखा गया है. इस मामले की जानकारी वकील के माध्यम से एनडीपीएस कोर्ट को दी गई, जिसके बाद कोर्ट ने जेल प्रशासन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्थिति की जानकारी ली और किसी भी प्रकार का क्रूर व्यवहार न करने की हिदायत दी. इन आरोपों पर जेल अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा ने प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा, "तोफिक खान आदतन अपराधी है और पिछले तीन साल से जेल में है. उसका आना-जाना लगा रहता है और एनडीपीएस एक्ट के तहत वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है. उसका व्यवहार जेल में अनुशासनहीन और क्रूर रहा है, जिसके कारण उसे सजा दी गई है. अब वह अपनी बैरिक में आराम से रह रहा है. तोफिक और उसके परिवार द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं. ये आरोप केवल जेल प्रशासन पर प्रेशर बनाने के लिए लगाए जा रहे हैं. जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल प्रशासन पूरी तरह से नियमों का पालन कर रहा है और कैदियों के साथ किसी भी प्रकार का अनुचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तोफिक खान के आरोपों का कोई आधार नहीं है और उन्हें अनुशासनहीनता की सजा मिल रही है. इस घटनाक्रम ने जयपुर सेंट्रल जेल में कैदियों के मानवाधिकारों और प्रशासनिक कार्यशैली पर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. अदालत की निगरानी के बाद देखना होगा कि जेल प्रशासन और कैदी के बीच यह टकराव कैसे सुलझता है.