खाटू श्याम जी जाने वाले श्रद्धालुओं की राह होगी और सुगम, NHAI बना रहा अस्थायी पैदल मार्ग!

खाटू श्याम जी जाने वाले श्रद्धालुओं की राह होगी और सुगम, NHAI बना रहा अस्थायी पैदल मार्ग!

सीकर |

राजस्थान के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल खाटू श्याम जी मंदिर में इस वर्ष भी फाल्गुन माह का भव्य लक्खी मेला आयोजित होने जा रहा है। हर साल लाखों श्रद्धालु देशभर से बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। इस बार श्रद्धालुओं की यात्रा को और सुगम बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा एक विशेष अस्थायी पैदल मार्ग तैयार किया जा रहा है। 7.40 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस मार्ग से श्रद्धालुओं की यात्रा न केवल आसान होगी, बल्कि उनके लिए यह एक सुरक्षित और निर्बाध अनुभव भी होगा।

क्यों जरूरी था यह नया पैदल मार्ग?

खाटू श्याम जी के लक्खी मेले में हर साल 10 से 15 लाख श्रद्धालु शामिल होते हैं। इनमें बड़ी संख्या में पदयात्री (पैदल जाने वाले भक्त) होते हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्ग से होते हुए मंदिर तक पहुंचते हैं।

राजमार्ग पर अधिक भीड़ के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता था।
पदयात्रियों और वाहनों के बीच तालमेल की कमी के कारण आवागमन बाधित होता था।
श्रद्धालुओं को पैदल चलने में दिक्कतें होती थीं और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती थी।

अब, NHAI द्वारा बनाए जा रहे इस अस्थायी पैदल मार्ग से पैदल श्रद्धालुओं के लिए अलग रास्ता उपलब्ध होगा जिससे उनका सफर सुरक्षित और आरामदायक बनेगा।

7.40 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा पैदल मार्ग

NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने जानकारी दी कि यह अस्थायी पैदल मार्ग 7.40 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से तैयार किया जा रहा है। 28 फरवरी तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मार्ग को श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जा रहा है। इससे पैदल यात्रियों के लिए निर्बाध आवागमन संभव होगा और ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी। वाहनों और पदयात्रियों को अलग-अलग रास्ते मिलेंगे, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा।

श्रद्धालुओं को क्या लाभ मिलेगा?

पदयात्रियों के लिए सुरक्षित और सुगम रास्ता मिलेगा। राजमार्ग पर वाहनों के साथ चलने की परेशानी नहीं होगी। दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी। श्रद्धालु सुगमता से बाबा श्याम के दर्शन के लिए पहुंच सकेंगे। लक्खी मेले में शामिल होने वाले लाखों भक्तों को राहत मिलेगी।

खाटू श्याम जी यात्रा: आस्था, भक्ति और परंपरा का संगम

खाटू श्याम जी मंदिर सीकर जिले में स्थित है और इसे हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। बाबा श्याम को कलियुग के देवता के रूप में पूजा जाता है और हर साल फाल्गुन मास में लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।

लक्खी मेले का महत्व

यह मेला फाल्गुन माह में आयोजित होता है और इसमें देशभर से भक्त शामिल होते हैं।
पदयात्रा करने वाले श्रद्धालु विशेष आस्था के साथ यहां आते हैं।
भक्तजन खाटू श्याम जी के दर्शन कर जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

NHAI का यह प्रयास कितना महत्वपूर्ण?

इस वर्ष लक्खी मेले के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को सुरक्षित यात्रा का अनुभव देने के लिए NHAI द्वारा अस्थायी पैदल मार्ग बनाना एक ऐतिहासिक कदम है। NHAI के एक अधिकारी ने कहा "हर साल लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। इस मार्ग के बनने से भक्तों को राहत मिलेगी और उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।" सरकार और NHAI की यह पहल ना केवल श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी होगी, बल्कि प्रशासन के लिए भी भीड़ प्रबंधन में मददगार साबित होगी।

श्रद्धालुओं के लिए यात्रा गाइड

रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन रींगस जंक्शन है, जहां से श्रद्धालु बस या टैक्सी के माध्यम से मंदिर पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग: जयपुर, दिल्ली और अन्य बड़े शहरों से बस और निजी वाहनों द्वारा खाटू श्याम जी तक पहुंचा जा सकता है।
पदयात्रा मार्ग: अब नए अस्थायी पैदल मार्ग से यात्रा करना और भी आसान होगा।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार का बड़ा कदम

खाटू श्याम जी के लक्खी मेले में लाखों भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए NHAI का यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। 7.40 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह अस्थायी पैदल मार्ग श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा का अनुभव देगा। 28 फरवरी तक पूरा होने वाले इस प्रोजेक्ट से बाबा श्याम के भक्तों की मुश्किलें काफी हद तक कम हो जाएंगी। भविष्य में भी सरकार और प्रशासन को इस तरह की सुविधाओं को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी से बचाया जा सके।