मकर संक्रांति पर वर्क टीम की सेवा : लोगों को वितरित की गई निःशुल्क सतयुग चाय!

मकर संक्रांति पर वर्क टीम की सेवा : लोगों को वितरित की गई निःशुल्क सतयुग चाय!

टोंक, मकर संक्रांति, भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रमुख पर्व, जो न केवल खगोलीय घटनाओं से जुड़ा है बल्कि सामाजिक समरसता और सेवा के संदेश को भी प्रकट करता है। इसी अवसर पर वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ऑफ रिलीजन एंड नॉलेज (वर्क) की टीम ने टोंक में एक अनूठी पहल कर मानव सेवा की मिसाल पेश की।  
अम्बेडकर सर्किल घंटाघर पर वर्क प्रवक्ता सैयद असगर अली के नेतृत्व में 100 से अधिक राहगीरों, दुकानदारों और ई-रिक्शा चालकों को निःशुल्क सतयुग चाय वितरित की गई। वर्क की इस पहल को स्थानीय जनता ने सराहा और यह प्रयास सभी के लिए प्रेरणादायक साबित हुआ।  

कार्यक्रम का आयोजन और उद्देश्य:
वर्क टीम ने इस सेवा कार्यक्रम को "सतयुग की चाय" नाम दिया, जो वर्क के सिद्धांतों का प्रतीक है। उनका मानना है कि सतयुग का आगमन भारत को फिर से विश्वगुरु बनाएगा। इस मौके पर वर्क टीम के प्रमुख सदस्यों ने स्वयं सेवा करते हुए लोगों को चाय प्रदान की। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल जरूरतमंदों की सेवा करना था, बल्कि समाज में भाईचारे और एकता का संदेश फैलाना भी था।  

कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रमुख सदस्य:
इस सेवा कार्य में वर्क टीम के विभिन्न सदस्यों ने भाग लिया। बद्री गुर्जर, हाफिज सैयद मशकूर अली, मोहम्मद असद, हाफिज काज़िम, मोहम्मद आमिर जैसे कार्यकर्ताओं ने सक्रिय योगदान दिया।  
      उन्होंने न केवल चाय वितरित की, बल्कि लोगों से वर्क के उद्देश्यों और सतयुग की परिकल्पना पर चर्चा की। वर्क के इस कदम ने राहगीरों को चाय के साथ-साथ अपने विचार साझा करने का अवसर भी प्रदान किया।  

वर्क संस्था और उनके सिद्धांत :  
वर्क (WORLD ORGANIZATION OF RELIGION AND KNOWLEDGE) एक सामाजिक और आध्यात्मिक संगठन है, जिसका उद्देश्य सतयुग के आगमन के लिए कार्य करना है। संस्था के सिद्धांत हैं:  

हमारा पूज्य : एक परमेश्वर,  
हमारी जाति : मानव परिवार,  
हमारा गौरव : हिंदुस्तान,   
हमारा सपना : अखंड भारत,  
हमारा संकल्प: युग परिवर्तन  

वर्क का मानना है कि जब सतयुग का प्रारंभ होगा, तो भारत पुनः विश्वगुरु की भूमिका निभाएगा।  

चाय वितरण: सेवा का प्रतीक :
मकर संक्रांति पर चाय वितरण को सेवा और समर्पण का प्रतीक माना गया। ठंड के मौसम में गरमागरम चाय पाकर राहगीरों ने वर्क संस्था को धन्यवाद दिया। यह छोटी सी पहल उनके जीवन में गर्मजोशी और खुशी लेकर आई। चाय वितरण के दौरान वर्क टीम ने समाज में एकता, प्रेम और सद्भाव बढ़ाने का संदेश दिया। इस आयोजन के माध्यम से यह बताया गया कि सेवा ही सच्चा धर्म है।

  

स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया :
कार्यक्रम के दौरान, अम्बेडकर सर्किल पर मौजूद लोगों ने वर्क टीम की सराहना की। राहगीरों और दुकानदारों ने बताया कि ऐसी सेवाएं समाज को एकजुट करती हैं। ई-रिक्शा चालक ने कहा, "वर्क टीम का यह प्रयास दिल को छू लेने वाला है। ठंड में चाय ने हमारे सफर को आसान बना दिया।
स्थानीय निवासी ने कहा, "इस तरह के आयोजन मकर संक्रांति जैसे त्योहारों को और भी खास बना देते हैं। 

वर्क के भविष्य के लक्ष्य :
वर्क टीम का यह कार्यक्रम एक शुरुआत मात्र है। सैयद असगर अली ने बताया कि संस्था आने वाले समय में और भी कई सेवा कार्य आयोजित करेगी। उनका कहना है कि वर्क का उद्देश्य केवल सामाजिक सेवा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कार्यरत है। उनके अनुसार, सतयुग के आगमन का मतलब है। भ्रष्टाचार मुक्त समाज, शिक्षा और ज्ञान का प्रसार, धर्म, जाति और वर्ग से ऊपर उठकर मानवता की सेवा करना। 

मकर संक्रांति पर वर्क का योगदान :
मकर संक्रांति पर इस सेवा कार्य ने यह साबित कर दिया कि जब समाज के लोग एकजुट होकर कार्य करते हैं, तो सकारात्मक बदलाव अवश्य होता है। वर्क की टीम ने न केवल अपनी सेवा भावना को दिखाया, बल्कि लोगों को प्रेरित भी किया कि वे भी समाज की भलाई के लिए आगे आएं।  

मकर संक्रांति का पर्व, जो सूर्य के उत्तरायण होने का प्रतीक है, जीवन में नई ऊर्जा और प्रकाश लाने का संदेश देता है। वर्क टीम का यह प्रयास इसी संदेश का सजीव उदाहरण था। समाज में सेवा, समर्पण और एकता का संदेश फैलाने के लिए वर्क टीम की यह पहल बेहद सराहनीय है।  
आशा है कि वर्क संस्था के इस कदम से प्रेरित होकर समाज में और भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित होंगे, जो मानवता को नई दिशा देंगे।