नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नालंदा यूनिवर्सिटी के नए कैंपस का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री ने 21 मिनट तक कार्यक्रम को संबोधित किया और इसे भारत की विकास यात्रा का शुभ संकेत बताया. उन्होंने कहा, "मुझे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के बाद पहले 10 दिनों में ही नालंदा आने का मौका मिला है. यह मेरा सौभाग्य तो है ही, मैं इसे भारत की विकास यात्रा के एक शुभ संकेत के रूप में देखता हूं.
प्रधानमंत्री ने नालंदा की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, "नालंदा केवल एक नाम नहीं है. नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं. कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भाग लिया और पुरानी सरकार की उदासीनता का जिक्र किया.
उन्होंने कहा, "पुरानी सरकार बात नहीं सुनती थी. यूनिवर्सिटी के लिए कई बार अनुरोध किया था. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 15 मिनट तक 1600 साल पुराने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर का दौरा किया. वह खंडहर में 10.03 बजे पहुंचे और 10.24 बजे वहां से रवाना हुए. इसके बाद प्रधानमंत्री ने नालंदा यूनिवर्सिटी के नए स्वरूप को देश को समर्पित किया. उन्होंने यूनिवर्सिटी कैंपस में पौधा भी लगाया. इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में 17 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. यह उद्घाटन नालंदा विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत को पुनर्जीवित करने और आधुनिक भारत की शिक्षा यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. देश और दुनिया भर के लोग नालंदा की इस नई शुरुआत को लेकर उत्साहित हैं.