नरेश मीणा की हरकत से मचा हड़कंप, पुलिस कार्रवाई में हिंसा और आगजनी

नरेश मीणा की हरकत से मचा हड़कंप, पुलिस कार्रवाई में हिंसा और आगजनी

राजस्थान में 7 सीटों के उपचुनाव के दौरान देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के सम्राट गांव में बड़ा हंगामा हुआ, जब कांग्रेस समर्थक नरेश मीणा ने सार्वजनिक रूप से एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। यह घटना तेजी से पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई, जिसे 'थप्पड़ कांड' कहा जा रहा है।

घटना के बाद तनावपूर्ण माहौल

इस विवाद के बाद, रात में पुलिस की टीम सम्राट गांव पहुंची, जिसके बाद हालात और भी बिगड़ गए। स्थानीय लोगों के अनुसार, पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें बुजुर्ग और बच्चों को भी नहीं बख्शा गया। गुस्साई भीड़ ने इस दौरान कई गाड़ियों में आग लगा दी और कुछ घरों को भी नुकसान पहुंचाया।

गांववालों का आरोप और कांग्रेस का बयान

गांववासियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बर्बरता की हद पार कर दी। गांव के लोगों का कहना है कि पुलिस ने बिना किसी कारण के लाठीचार्ज किया और घरों में घुसकर तोड़फोड़ की। इसके चलते पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है।

इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के प्रवक्ता भीमराज जाखड़ ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही है। उनका कहना है कि एक जनप्रतिनिधि द्वारा प्रशासनिक अधिकारी पर हमला करना और फिर पुलिस की कार्रवाई में गांव के निर्दोष लोगों को निशाना बनाना सरकार की नाकामी को दर्शाता है।

थप्पड़ कांड के बाद हिंसा: सम्राट गांव में पुलिस की बर्बरता, कांग्रेस ने सरकार पर उठाए सवाल

राजस्थान के देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के सम्राट गांव में उपचुनाव के दौरान विवाद ने उग्र रूप ले लिया। कांग्रेस समर्थक नरेश मीणा ने चुनावी मतगणना के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारकर सभी को चौंका दिया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया और रात में पुलिस की कार्रवाई से हिंसा भड़क उठी।

पुलिस की कार्रवाई से बिगड़े हालात

गांव में रात को पुलिस ने दबिश दी, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर अत्यधिक बल प्रयोग का आरोप लगाया। लाठीचार्ज के दौरान कई लोग घायल हो गए, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे। इसके विरोध में लोगों ने गाड़ियों में आग लगा दी और कुछ घरों में तोड़फोड़ की।

कांग्रेस प्रवक्ता की प्रतिक्रिया

इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता भीमराज जाखड़ ने कहा कि सरकार की प्रशासनिक विफलता स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हालात को संभालने के बजाय आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने इस घटना को लेकर सरकार की आलोचना की और इसे कानून-व्यवस्था की बड़ी चूक बताया।

अभी स्थिति तनावपूर्ण

गांव में फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। स्थानीय लोग अभी भी प्रशासन के रवैये से नाराज हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। वहीं, मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी के गठन की मांग की जा रही है।