देश के दो टुकड़े: एक तरफ लू का कहर, दूसरी तरफ बारिश की तबाही

देश के दो टुकड़े: एक तरफ लू का कहर, दूसरी तरफ बारिश की तबाही

देश भर में मौसम के दो रंग दिखाई दे रहे हैं। उत्तर भारत भीषण गर्मी और हीटवेव की चपेट में है, तो वहीं दक्षिण और उत्तर-पूर्वी भारत में भारी बारिश से तबाही मची हुई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, मानसून 29 मई से मुंबई-छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर अटका हुआ है और अभी तक आगे नहीं बढ़ सका है।

 उत्तर भारत: लू का कहर जारी, 9 राज्यों में रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने मध्य भारत और उत्तर भारत के 9 राज्यों में हीटवेव अलर्ट जारी किया है।
इनमें राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।

  • हरियाणा के 9 जिलों में तापमान 48°C तक पहुंचने की चेतावनी दी गई है।

  • राजस्थान के 22 जिलों में हीटवेव का रेड अलर्ट है। गुरुवार को श्रीगंगानगर, बीकानेर और कोटा में पारा 45°C के पार गया।

  • मध्य प्रदेश के उज्जैन, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग के 12 जिलों में लू का असर सबसे ज्यादा है।

दिल्ली-NCR, चंडीगढ़, लखनऊ, पटना जैसे बड़े शहरों में भी गर्मी का स्तर खतरनाक हो चला है।

 दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत: भारी बारिश से हाल बेहाल

मौसम विभाग ने कर्नाटक, गोवा, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तेलंगाना और उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

  • कर्नाटक के हुबली में गुरुवार को तेज बारिश के कारण सड़कों और बिल्डिंग के बेसमेंट में पानी भर गया।

  • तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में बिजली गिरने से 5 महिलाओं समेत 6 लोगों की मौत हो गई।

  • केरल और पश्चिम बंगाल में नदियां उफान पर हैं और कई जगहों पर भूस्खलन की चेतावनी दी गई है।

 मानसून की धीमी चाल, बढ़ी चिंता

मानसून अब तक मुंबई से आगे नहीं बढ़ पाया है। इसके चलते उत्तर भारत और मध्य भारत में लू की स्थिति बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर अगले एक सप्ताह तक मानसून नहीं बढ़ा, तो कृषि पर भी असर पड़ सकता है।