सोशल मीडिया पर बने एक मीम ने ली बुजुर्ग की जान
जोधपुर के लोहावट में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सोशल मीडिया पर बने एक मीम और लोगों की असंवेदनशीलता ने एक बुजुर्ग की जान ले ली. बाड़मेर के चौहटन थाना क्षेत्र के रहने वाले प्रतापराम (53) जो लोहावट में कबाड़ी का काम करते थे, ने रविवार रात 8:20 बजे पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. कुछ दिन पहले एक युवक ने जापानी युवती मेगुमि के साथ मिलकर प्रतापराम का वीडियो बनाया और उसे इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया. वीडियो का कैप्शन था - "भंगार लेवणो है कांई (कबाड़ लेना है क्या)"।
यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया, और इसके बाद स्थानीय लोग और युवक प्रतापराम को चिढ़ाने लगे. रविवार को, जब कुछ लोग फिर से प्रतापराम को इस वीडियो के बारे में चिढ़ा रहे थे, तो उन्होंने उन्हें डांटा और उनके पीछे दौड़े. लेकिन जब यह चिढ़ाना बंद नहीं हुआ, तो प्रतापराम ने फलोदी स्टेट हाईवे के पास अपने ठेले को छोड़ पेड़ पर चढ़कर फंदा लगाने का निर्णय लिया. वहाँ मौजूद लोग उन्हें बचाने की बजाय घबरा कर भाग गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब प्रतापराम पेड़ पर चढ़कर फंदा लगाने की तैयारी कर रहे थे, तब भी कुछ युवक उन्हें वीडियो को लेकर परेशान कर रहे थे और चिढ़ा रहे थे. फंदा लगाने के दौरान प्रतापराम ने कहा, "अब ले लेना मजे", और इसके बाद उन्होंने फंदे पर लटक कर जान दे दी. घटना की सूचना मिलने पर लोहावट पुलिस मौके पर पहुंची और प्रतापराम का शव नीचे उतारा.
लोहावट एसएचओ शैतानराम ने बताया कि प्रतापराम पिछले 6-7 साल से अपने घर से दूर खानाबदोश की तरह रह रहे थे और भंगार का काम कर रहे थे. उनके 2 बेटे और 2 बेटियां हैं, सभी शादीशुदा हैं। प्रतापराम दिमागी तौर पर भी परेशान थे और उनके दोनों बेटे गुजरात में काम करते हैं. इस घटना के पीछे सोशल मीडिया वीडियो और उससे चिढ़ाने की बात सामने आई है, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. स्थानीय व्लॉगर शिवम लखारा ने यह वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया था. मेगुमि, जो कैमल हेयर कटिंग आर्टिस्ट हैं और कपड़ों पर ब्लॉक प्रिंटिंग करती हैं, ने इस वीडियो को बनाया था.