Bilawal भुट्टो की बौखलाहट— या तो पानी बहेगा या खून!

Bilawal भुट्टो की बौखलाहट— या तो पानी बहेगा या खून!

पहलागाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का रुख अब पूरी तरह बदल चुका है। जहां एक तरफ पूरे देश में ग़म और ग़ुस्से की लहर है, वहीं अब सरकार ने पाकिस्तान को करारा झटका देते हुए सिंधु जल समझौते को रोकने की दिशा में कड़ा कदम उठा लिया है। इस फैसले से पाकिस्तान में खलबली मच गई है और वहां से गीदड़भभकियों की बौछार शुरू हो गई है।

ताज़ा बयान आया है पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी का। उन्होंने सिंधु नदी के किनारे खड़े होकर भड़काऊ बयान देते हुए कहा—
"या तो इस दरिया में पानी बहेगा… या हमारा खून।"
इस बयान ने एक बार फिर यह साफ कर दिया कि पाकिस्तान भारत के फैसलों से कितना घबराया हुआ है।

बिलावल ने दावा किया कि सिंधु नदी पाकिस्तान की है, लेकिन उन्हें शायद ये याद नहीं कि सिंधु जल समझौता 1960 में भारत की उदारता से हुआ था, न कि किसी मजबूरी से। और अब जब भारत ने इस समझौते पर पुनर्विचार शुरू किया है, तो पाकिस्तान इसे "जंग के बराबर" बता रहा है।

भारत की ओर से साफ संकेत मिल चुके हैं—
अब नर्मी नहीं, निर्णायक कार्रवाई का वक्त है।
सिर्फ सीमा पर नहीं, हर मोर्चे पर पाकिस्तान को जवाब मिलेगा

जहां एक ओर पाकिस्तान "एकता और बातचीत" की बात कर रहा है, वहीं भारत की जनता, सरकार और सेनाएं अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं
पहलागाम की जमीं पर बहा मासूमों का खून अब सिर्फ आँसू नहीं, एक आक्रोश बन चुका है