कोटा में कोचिंग स्टूडेंट ने फंदा लगाकर किया सुसाइड।
कोटा के महावीर नगर थाना इलाके में एक और कोचिंग स्टूडेंट ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। छात्र संदीप (16) ने महावीर नगर सेकंड स्थित अपने पीजी में पंखे से लटक कर सुसाइड कर लिया। गुरुवार सुबह घटना का पता लगने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोस्टमार्टम रूम पहुंचाया। जांच अधिकारी महावीर कुमार ने बताया कि मूल रूप से नालंदा बिहार का रहने वाला संदीप कुमार कोटा में पिछले 2 साल से रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। यह उसका दूसरा साल था। महावीर नगर थर्ड में उसने चार सेक्टर में एक मकान में पीजी लिया हुआ था। बुधवार देर रात को उसने अपने कमरे में फंदा लगा लिया। गुरुवार सुबह करीब 7 बजे उसके पास के ही कमरे में रहने वाले छात्र ने कोचिंग जाते समय उसके कमरे के रोशनदान से रस्सी लटकते देखी। ऐसे में उसे आसन का हुई और उसने सीधा मकान मालिक को इसकी सूचना दी। मकान मालिक ने रोशनदान से देखा तो अंदर संदीप पंखे से लटका हुआ था। इसके बाद मकान मालिक महेंद्र ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची और दरवाजा तोड़कर छात्र को फंदे से उतारा।
चाचा करवा रहे है पढ़ाई, भाई भी कोटा में छात्र संदीप 11वीं कक्षा में कोटा में आया था। कोटा में वह नीट की तैयारी भी साथ ही कर रहा था। उसके चाचा ने उसका एडमिशन करवाया था। छात्र संदीप के साथ उसका भाई संजीत भी कोटा में ही था लेकिन संजीत दादाबाड़ी इलाके में कमरा किराए पर लेकर रह रहा था। घटना की जानकारी लगने पर वह भी पोस्टमार्टम रूम पहुंच गया हालांकि मीडिया से उसने बात करने से मना कर दिया। उसका भाई इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा है। सामने आया है की छात्रा के माता-पिता की 4 साल पहले मौत हो चुकी है ऐसे में चाचा ही उनकी पढ़ाई करवा रहे थे। रात में मकान मालिक से बात की थी उसके बाद लगाया फंदा मकान मालिक महेंद्र ने बताया कि रात को करीब 9:30 बजे संदीप मैच से खाना खाकर आया था उस दौरान उससे बात हुई थी। इस दौरान वह अपने कमरे में चला गया था। यह बात भी सामने आई है कि एक दिन पहले ही बुधवार को ही उसके चाचा ने उसके खाते में पैसे भी डलवाए थे। पीजी में नहीं लगा हुआ था एंटी हैंगिंग डिवाइस
छात्र जिस मकान में किराए से कमरा लेकर रह रहा था उस मकान में भी एंटी हैंगिंग डिवाइस नहीं लगा हुआ था। जबकि एंटी हैंगिंग डिवाइस लगाना प्रशासन अनिवार्य कर रखा है लेकिन प्रशासन की तरफ से पीजी संचालकों को अभी तक जागरूक करने को लेकर कोई काम नहीं हुए। वही यह जानकारी भी लगी है कि छात्र संदीप कोचिंग भी कभी-कारभारी जाता था वह रेगुलर कोचिंग से अनुपस्थित रह रहा था।