Bangalore में IPL जश्न बना मातम: भगदड़ में 11 की मौत, 47 घायल

Bangalore में IPL जश्न बना मातम: भगदड़ में 11 की मौत, 47 घायल

आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु  की ऐतिहासिक जीत के बाद बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित जश्न समारोह बड़ा हादसा बन गया। भारी भीड़ के कारण स्टेडियम के गेट नंबर 7 और गेट नंबर 5 पर भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 47 अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब हजारों की संख्या में प्रशंसक अपनी टीम के चैंपियन खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम पहुंचे थे।

प्रशासन के मुताबिक, स्टेडियम की अधिकतम क्षमता लगभग 35,000 है, लेकिन आयोजन स्थल पर 3 लाख से अधिक लोग एकत्रित हो गए थे। गेट नंबर 7 पर यह अफवाह फैलने के बाद कि वहां फ्री पास बांटे जा रहे हैं, भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ की स्थिति बन गई। कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े और कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया और विवाद

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवज़ा और घायलों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की। लेकिन उनके एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया जिसमें उन्होंने कहा —
"ऐसे हादसे और जगहों पर भी होते हैं, कुंभ मेले में भी 50-60 लोग मरे थे, तब किसी ने आलोचना नहीं की थी।"

इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रह्लाद जोशी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
"कुंभ और यह हादसा बिल्कुल अलग हैं। जब पुलिस ने इजाज़त नहीं दी थी तो सरकार ने ज़बरदस्ती आयोजन क्यों करवाया? हादसे के बाद भी नेता सेल्फी लेने में व्यस्त थे।"

डिप्टी सीएम का माफीनामा

डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार ने कहा कि प्रशासन इस तरह की भारी भीड़ की उम्मीद नहीं कर रहा था। उन्होंने कहा,
"हम क्षमा चाहते हैं, यह हमारी योजना में चूक रही। अब हम एक जांच करेंगे और भविष्य में इससे बचने के लिए बेहतर प्रबंध करेंगे।"

प्रत्यक्षदर्शियों की ज़ुबानी

राजाजी नगर के निवासी अचिमन्या ने बताया,
"लोगों ने आपा खो दिया था, गेट टूट गए थे। बारिश की वजह से हालात और बिगड़ गए।"

RR नगर के अविनाश एस ने कहा,
"एक एम्बुलेंस में 40 घायलों को देखा। मैं समय पर निकल गया, वरना मारा जाता।"

सिंचना नाम की युवती ने कहा-
"अगर मैं लेट न पहुंचती, तो शायद मेरी भी जान चली जाती। पुलिस भी भीड़ को बस धक्का दे रही थी, कोई नियंत्रण नहीं था।"