टोक्यो में अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट। हमें निवेश की अपेक्षा नहीं, बल्कि जापान के साथ स्थायी और दीर्घकालिक साझेदारी की उम्मीद - भजनलाल
राजस्थान के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट "राइजिंग राजस्थान" का दूसरा चरण बड़े उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा के साथ प्रारंभ हो चुका है। इस पहल का उद्देश्य राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करना और इसे एक सशक्त आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इस बार टोक्यो में आयोजित जापान इन्वेस्टर मीट (रोड शो) के मंच से राजस्थान की समृद्ध संभावनाओं का परिचय दिया गया, जहां जापानी व्यापार समुदाय ने खासा उत्साह दिखाया और इस अवसर की सराहना की। टोक्यो में हुए 'इन्वेस्टर मीट' के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल का स्वागत किया गया। वहीं इस दौरान सीएम शर्मा के भाषण की मुख्य बातें भी हम आपको बताते है। जिसमें सीएम शर्मा ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि जापान के उद्यमियों के साथ हो रही इस अंतरराष्ट्रीय इन्वेस्टर मीट के जरिए हमारी ऐतिहासिक साझेदारी का नया अध्याय लिखा जाएगा। जापान भारत में निवेश करने में अग्रणी रहा है और मुझे खुशी है मैं आज उस टोक्यो शहर में खड़ा हूं, जो तकनीकी नवाचार, कॉरपोरेट लीडरशिप, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए दुनिया भर में अपनी अलग पहचान रखता है। टोक्यो नवाचार और प्रगति का प्रतीक है, ये वे विशेषताएं हैं जिन्हें हम भी राजस्थान में प्रोत्साहित कर रहे हैं। हमारी सरकार निवेशकों के मुद्दों को सुलझाने और व्यापारिक वातावरण को सकारात्मक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम विशेष रूप से आप जापानी निवेशकों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं, जिससे राजस्थान और जापान के बीच गहरे संबंध बन सकें। जापान अपने "ओमोटेनाशी" के लिए प्रसिद्ध है, जो आतिथ्य की सुंदर भावना का प्रतीक है। यह आपसी सम्मान और मेहमाननवाजी का भाव हमारी साझेदारी और निवेश के लिए एक स्वागत योग्य वातावरण बनाता है। हमारे जापानी निवेशकों के लिए उपयुक्त व्यापारिक वातावरण प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता नीमराण जापानी निवेश क्षेत्र की सफलता से स्पष्ट है, जहां अब 48 से अधिक जापानी कंपनियों ने लगभग 8.34 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है और 26,500 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। हमारे जापानी निवेशक जानते हैं कि राजस्थान निवेश के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है और जापानी ज़ोन की सफलता ने इस विश्वास को बढ़ाया है। राज्य ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के माध्यम से राजस्थान में जल उपलब्धता को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो नीमराणा और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में पानी की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगे। जापानी कंपनियों की रुचि को देखते हुए नीमराणा से केवल 20 किमी दूर 500 एकड़ में फैले दूसरे जापानी निवेश क्षेत्र का विकास किया गया है। अब हम दो निवेश क्षेत्रों के साथ जापानी कंपनियों के लिए वैश्विक विस्तार का आदर्श स्थान बन सकते हैं। राजस्थान सरकार ने व्यापारिक माहौल को और भी सरल बनाने के लिए नई औद्योगिक नीति, निर्यात प्रोत्साहन नीति, गारमेंट एंड अपैरल पॉलिसी, वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स नीति, डेटा सेंटर नीति और एमएसएमई नीति को जल्द ही लॉन्च करने की योजना बनाई है। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत, राज्य सरकार ने उद्यमों को प्रोत्साहन और सब्सिडी प्रदान की है, जो देश की बेहतरीन प्रोत्साहन योजनाओं में से एक है। राजस्थान अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हरित विकास के लिए समर्पित है। हमारा राज्य अक्षय ऊर्जा के अग्रणी राज्यों में से एक है और सौर ऊर्जा में पहले स्थान पर है। हम सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए सोलर पार्क स्थापित कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को यहां बेहतर माहौल मिलेगा। राजस्थान में ऑटोमोबाइल उद्योग, इंजीनियरिंग, वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक्स प्रणाली डिजाइन और निर्माण में अपार संभावनाएं हैं। राज्य में तीन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर हैं और यह क्षेत्र वैश्विक बाजार के लिए निवेश का एक आदर्श स्थान है। हम अपने शिक्षा तंत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जापानी निवेशकों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। निवेश प्रक्रिया को आसान और कुशल बनाने के लिए हमने राजनिवेश पोर्टल जैसी पहल की है। यह प्लेटफॉर्म 14 विभागों की 123 सेवाओं को एकीकृत करता है और समयबद्ध मंजूरी सुनिश्चित करता है। हम सिर्फ निवेश की ही अपेक्षा नहीं कर रहे हैं, बल्कि जापान के साथ स्थायी और दीर्घकालिक साझेदारी की उम्मीद कर रहे हैं। आपकी तकनीकी विशेषज्ञता और हमारी विकास और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, हम एक समृद्ध भविष्य की रचना कर सकते हैं।