जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को अंतिम विदाई, देश भर में उमड़ा जनसैलाब

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए नागरिकों का गुरुवार को देश भर में अंतिम संस्कार किया जा रहा है। इस भीषण हमले में जान गंवाने वालों में यूपी, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा और राजस्थान के नागरिक शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश: कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी का पार्थिव शरीर बुधवार रात 11:30 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचा। शव को देखते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उनके पिता संजय द्विवेदी उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से लिपटकर फूट-फूट कर रो पड़े और कहा, "दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए। सरकार को अब सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़: इंदौर निवासी सुशील नथानियल और रायपुर के दिनेश मिरानिया की अंतिम यात्रा भी भारी जनसैलाब के बीच निकाली गई। स्थानीय नेताओं, अधिकारियों और आम नागरिकों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी।
गुजरात: सबसे हृदयविदारक दृश्य गुजरात में देखने को मिला, जहां पिता यतीशभाई सुधीरभाई परमार और बेटे स्मित यतीशभाई परमार की एक साथ अंतिम यात्रा निकाली गई। हजारों की संख्या में लोग इस अंतिम विदाई में शामिल हुए।
महाराष्ट्र: पुणे के संतोष जगदाले को उनकी बेटी असावरी ने मुखाग्नि दी। यह दृश्य हर किसी की आंखें नम कर गया। पुणे के ही कौस्तुभ गणबोटे की अंत्येष्टि भी पूरे राजकीय सम्मान के साथ हुई।
राजस्थान और बिहार: जयपुर के चार्टर्ड अकाउंटेंट नीरज उधवानी और बिहार के खुफिया ब्यूरो अधिकारी मनीष रंजन को भी आज अंतिम विदाई दी गई। दोनों के घरों पर मातम पसरा रहा।
कर्नाटक और ओडिशा: बेंगलुरु के मंजूनाथ और भारत भूषण तथा ओडिशा के प्रशांत सतपथी को भी गुरुवार को श्रद्धांजलि दी गई। ओडिशा के कई जिलों में कैंडल मार्च निकाले गए।
देशभर से लोगों ने सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त की है। केंद्र सरकार की ओर से हमले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हालात की निगरानी कर रहे हैं और शोक संतप्त परिवारों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने की बात कही है।
यह आतंकी हमला पुलवामा के बाद सबसे बड़ा नागरिक हमला माना जा रहा है। देश भर में आक्रोश की लहर है और अब जनता आतंक के खिलाफ ठोस कदम की मांग कर रही है।