शुद्ध आहार अभियान: जयपुर में चटका मटका रेस्टोरेंट पर खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई!

जयपुर, मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पूरे राजस्थान में ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान जोरों पर है। इस अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग के आयुक्त इकबाल खान के निर्देशन, अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज ओझा के सुपरविजन और संयुक्त आयुक्त खाद्य सुरक्षा, डॉक्टर विजय प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने जयपुर के चंबल पावर हाउस के पास स्थित नंदपुरी हवा सड़क पर ‘चटका मटका’ रेस्टोरेंट का निरीक्षण किया।
इस निरीक्षण में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को कई गंभीर खामियां मिलीं। टीम द्वारा मौके पर निम्न गुणवत्ता का पनीर उपयोग में लाया जाना पाया गया, जिसका सैंपल जांच के लिए लिया गया है। इसके अलावा, रेस्टोरेंट के डीप फ्रीजर में रखे खाद्य पदार्थों पर यह स्पष्ट नहीं था कि उन्हें कब तैयार किया गया। साथ ही, बार-बार एक ही तेल को कढ़ाई में गर्म कर उपयोग में लाया जा रहा था, जिससे खाद्य गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। रेस्टोरेंट की कढ़ाइयों में जबरदस्त कालिख और गंदगी पाई गई, जिसमें खाद्य सामग्री तैयार की जा रही थी।
रंगों का अवैध उपयोग और अन्य अनियमितताएं
जांच के दौरान यह भी पाया गया कि सब्जी और ग्रेवी को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कृत्रिम रंगों का प्रयोग हो रहा था। टीम ने मौके पर रंगों की बोतलों को जब्त किया। यह रंग स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक हो सकते हैं। इसके अलावा, बटर के नाम पर न्यूटीलाइट बटर का उपयोग किया जा रहा था।
रेस्टोरेंट में उपयोग की जा रही पाव ब्रेड SST बेकर्स, निर्माण नगर से खरीदी गई थीं, जिन पर न तो किसी निर्माण स्थल का पता अंकित था और न ही फूड लाइसेंस नंबर दर्ज था। इसके अलावा, इन ब्रेडों को कच्ची पर्ची पर खरीदा गया, जिससे राज्य सरकार को जीएसटी के रूप में राजस्व का नुकसान हो रहा है।
स्वच्छता और हाइजीन में भारी कमी
रेस्टोरेंट में स्वच्छता और हाइजीन का भी बुरा हाल पाया गया। मौके पर वॉटर टेस्टिंग रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी। इसके साथ ही, कर्मचारियों की मेडिकल रिपोर्ट भी टीम को नहीं दी गई। इन परिस्थितियों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने रेस्टोरेंट प्रबंधन को तत्काल सुधार के निर्देश दिए और नोटिस जारी किया।
टीम की कार्रवाई और सैंपलिंग प्रक्रिया
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रेस्टोरेंट से लिए गए सभी सैंपल्स को लेबोरेटरी जांच के लिए भेज दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद रेस्टोरेंट प्रबंधन के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। टीम में वीरेंद्र चौधरी, विशाल मित्तल, पवन गुप्ता, और नरेंद्र शर्मा जैसे प्रमुख खाद्य सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।
राज्य सरकार का उद्देश्य और जनहित में अभियान
‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान का उद्देश्य प्रदेश में मिलावटखोरी पर रोक लगाना और जनता को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है। मुख्यमंत्री के इस अभियान के तहत प्रदेशभर में विभिन्न जगहों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की सख्ती से जांच की जा रही है।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी मिलावट या खराब खाद्य सामग्री की बिक्री हो रही है, तो इसकी जानकारी तुरंत विभाग को दें। इससे न केवल जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी, बल्कि मिलावटखोरी पर भी प्रभावी रोक लगाई जा सकेगी।
पवन कुमार शर्मा,
वरिष्ठ पत्रकार।