कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर बंगाल में बवाल

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर बंगाल में बवाल

कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस के बाद पश्चिम बंगाल में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. इस केस को लेकर छात्र संगठनों के प्रोटेस्ट मार्च के बाद बीजेपी ने बुधवार को 12 घंटे का बंगाल बंद बुलाया. बंद के दौरान कई जिलों में पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें सैकड़ों लोगों को हिरासत में लिया गया है.

बंद के दौरान नॉर्थ 24 परगना जिले के भाटापारा में भाजपा नेता प्रियंगु पांडे की कार पर फायरिंग की गई. उन्होंने बताया कि टीएमसी के करीब 50-60 लोगों ने रोड ब्लॉक कर उनकी गाड़ी को रोका और भीड़ की ओर से 6-7 राउंड फायरिंग की गई. इसके साथ ही 7-8 बम फेंके गए.  इस हमले में ड्राइवर समेत दो लोगों को गोली लगी, जिसमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. कोलकाता में बीजेपी विधायक अग्निमित्रा पॉल सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. वहीं, नादिया और मंगलबाड़ी चौरंगी में बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई, जिसमें टीएमसी समर्थकों ने भाजपाइयों पर लाठी-डंडे से हमला किया.

 इसके अलावा बनगांव और बारासात दक्षिण में ट्रेनें रोक दी गईं, और कूच बिहार में सरकारी बस चालकों को हेलमेट पहने देखा गया. कोलकाता रेप-मर्डर केस के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट में अपना जुर्म कबूल कर लिया है. जानकारी के अनुसार संजय ने 25 अगस्त को पॉलीग्राफ टेस्ट में इस बात का खुलासा किया कि उसने रेप के बाद ट्रेनी डॉक्टर की हत्या की थी. संजय ने यह भी बताया कि घटना को अंजाम देने से पहले वह रेड लाइट एरिया गया था, रास्ते में भी एक लड़की को छेड़ा और अपनी गर्लफ्रेंड से न्यूड तस्वीरें मांगी थीं.

संजय का यह कबूलनामा रेप और मर्डर के 18 दिन बाद आया है.  8 और 9 अगस्त की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ यह घिनौनी घटना घटी थी. 9 अगस्त की सुबह मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में लड़की की अर्धनग्न बॉडी मिली थी. संजय को घटना के अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया था। संजय मेडिकल कॉलेज में ही सिविक वॉलंटियर था। पुलिस के बाद 14 अगस्त को ये केस CBI को हैंडओवर कर दिया गया था।

इसके बाद उसे सियालदह कोर्ट में पेश किया गया। 23 अगस्त को अदालत ने संजय सहित 7 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट की इजाजत दी थी। मजिस्ट्रेट के सामने रोते हुए उसने कहा- मैंने कोई क्राइम नहीं किया है। मुझे फंसाया जा रहा है। शायद पॉलीग्राफ टेस्ट से मेरी बेगुनाही साबित हो जाए. CBI ने अदालत में दावा किया था कि गिरफ्तारी के बाद संजय ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसमें न कोई घबराहट नहीं थी और न ही कोई पछतावा। उसने बिना हिचकिचाहट के पूरी घटना बताई.