ग्रामीणों का ओवरब्रिज निर्माण का सपना अब पूरा

ग्रामीणों का ओवरब्रिज निर्माण का सपना अब पूरा

आसलपुर-जोबनेर रेल फाटक संख्या 243 पर कई वर्षों से ग्रामीणों की ओवरब्रिज निर्माण का सपना अब पूरा हुआ. इससे  खुशी की लहर छाई हुई है. महला-फलौदी मेगा हाईवे पर स्थित आसलपुर - जोबनेर रेलवे फाटक संख्या 243 रेलवे ढींढा फाटक संख्या 245 पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल शिलान्यास किया. आसलपुर - जोबनेर रेलवे फाटक के शिलान्यास समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में केबिनेट मंत्री एवं झोटवाड़ा विधायक कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, रेलवे के एडीआरएम संजय दीक्षित, जिला प्रमुख रमा चौपड़ा थे. 

विशिष्ट अतिथि आसलपुर सरपंच सरला कुमावत, एडीईएन लवप्रिंस सैनी, जिला पार्षद मनोज कुमावत, एसडीएम संजय गोयल, तहसीलदार सुनीता चौधरी, विकास अधिकारी मुरारी लाल पारीक, उपसरपंच राजेंद्र सिंह राव,दैनिक रेल यात्री संघ अध्यक्ष आसलपुर गोपाल कुमावत, आदि मौजूद रहे. आसलपुर- जोबनेर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज निर्माण होने से जोबनेर कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर ज्वाला माता, खाटू श्याम बाबा, महला फलोदी, जीनमाता, भंदे बालाजी बालाजी, मेगा हाइवे पर नागौर, सीकर, अजमेर सहित गांवों के लोगों को लगने वाले जाम से निजात मिलेगी. महला-फलौदी मेगा हाइवे पर स्थित आसलपुर-जोबनेर रेलवे स्टेशन के पास स्थित समपार फाटक संख्या -243 पर रोज 7-8 हजार लोगों को कितनी परेशानी होती होगी, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है.कि इस रेल फाटक से 24 घंटे में 95 एक्सप्रेस और सवारी ट्रेन और 50 से ज्यादा माल गाड़ियां गुजरती हैं. 

ऐसे में अधिकांश समय फाटक बंद होता है. एक बार फाटक बंद होने का मतलब 15-20 मिनट का इंतजार और कई बार तो मालगाड़ी अटक जाने पर दो घंटे तक भी इंतजार करना पड़ता है. एक अनुमान के तौर पर दिन में 3 हजार बड़े वाहन फाटक पर लंबी लाइन में गुजरते हैं, इनके अलावा दोपहिया वाहन अलग हैं.