शेखावाटी रंगरेजान सम्मेलन समिति के सामूहिक विवाह समारोह में 41 जोड़ों का पवित्र मिलन: सादगी और सामाजिक एकता की मिसाल
जयपुर के कर्बला मैदान, रामगढ़ मोड़ पर शेखावाटी रंगरेजान सम्मेलन समिति द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 41 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। यह आयोजन सादगी, सामाजिक सहयोग और एकता की अनूठी मिसाल बना। हाजी अय्यूब महरोली और इमामुद्दीन रेनवाल की अध्यक्षता में संपन्न इस समारोह में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। समारोह का संचालन हाजी गयासुद्दीन सोलंकी और हबीब सीकर ने किया, जिसमें समाज के प्रबुद्धजन और गणमान्य अतिथियों का भरपूर सहयोग रहा।
समारोह की मुख्य बातें और विशेषताएं
इस आयोजन की सबसे विशेष बात यह रही कि वर-वधु पक्ष से मात्र ₹1 पंजीकरण शुल्क लिया गया, जो सादगी और समाज के आर्थिक सहयोग का प्रतीक था। शेखावाटी रंगरेजान सम्मेलन समिति के प्रवक्ता अनवर हुसैन सीटीआई ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक कदम था, जहां समाज में पहली बार नगर निगम की टीम के साथ सचिव फारुक लोधी की देखरेख में नवविवाहित जोड़ों को विवाह प्रमाण पत्र दिए गए। इस व्यवस्था से नवविवाहित जोड़ों को आधिकारिक मान्यता मिली और उनकी शादी का रिकॉर्ड सरकारी दस्तावेजों में दर्ज हुआ।
मुख्य अतिथियों और मेहमानों की उपस्थिति
इस समारोह के मुख्य अतिथि विधायक आमीन कागजी रहे, जिन्होंने इस पुनीत अवसर पर नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया और उनकी नई जिंदगी की शुरुआत की सराहना की। उनके साथ पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पार्षद अख्तर हुसैन, कांग्रेस जिला अध्यक्ष आर.आर. तिवारी, पीसीसी सदस्य असगर अली, बाबू गुलाम रसूल गौरी, चांद पहलवान, ताहिर हुसैन गौरी, और गयासुद्दीन खेजरोली जैसे गणमान्य व्यक्ति भी समारोह में उपस्थित थे। इन सभी ने समाज के इस आयोजन में अपने अमूल्य योगदान से इस समारोह को सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई।
समाज के लोगों का सहयोग और योगदान
समारोह में रियाज तिगरिया, इस्माइल सामोद, फिरोज कुचामन, जाकिर, असलम, रफ़ीक, बैंक प्रबंधक असलम महरोली, याकूब रामगढ़, सलीम भाई, इशाक गौरी, याकूब गौरी, जावेद, राजा, इमरान, असरार, और रऊफ आदि ने समाज के इस कार्य में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके सहयोग और योगदान ने इस आयोजन को भव्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आयोजन में सभी का एक साथ आना और जोड़ों के प्रति समर्पण दिखाना समाज की एकता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है।
समाज में सकारात्मक संदेश और आदर्श
सामूहिक विवाह समारोह ने समाज में एक सशक्त और प्रेरणादायक संदेश दिया। इससे न केवल वर-वधु के परिवारों को आर्थिक रूप से सहारा मिला, बल्कि समाज में सामाजिक एकता और सामूहिकता का भाव भी जागृत हुआ। यह आयोजन दिखाता है कि कैसे समाज मिलकर, सादगी और आपसी सहयोग से एक साथ आ सकता है और किसी भी धार्मिक या सामाजिक कार्य को सफल बना सकता है।
शेखावाटी रंगरेजान सम्मेलन समिति का यह प्रयास समाज में विवाह जैसे महत्वपूर्ण आयोजन को सरल और सुलभ बनाने का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है। विवाह समारोहों में होने वाले आर्थिक बोझ को कम करने की दिशा में यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य सामाजिक संस्थाओं के लिए भी प्रेरणादायक है।