जामा मस्जिद पोस्टर विवाद: जयपुर में पाकिस्तान विरोधी स्टीकर पर बवाल, विधायक पर एफआईआर

जामा मस्जिद पोस्टर विवाद: जयपुर में पाकिस्तान विरोधी स्टीकर पर बवाल, विधायक पर एफआईआर

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से उपजे राष्ट्रव्यापी आक्रोश के बीच जयपुर के जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद के बाहर शुक्रवार देर रात एक नया विवाद खड़ा हो गया। हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बालमुकुंदाचार्य द्वारा मस्जिद के पास पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद विरोधी स्टीकर लगाए जाने से हालात तनावपूर्ण हो गए।

क्या है पूरा मामला?

शुक्रवार रात बड़ी चौपड़ पर सर्व समाज की ओर से आयोजित आक्रोश सभा के बाद, विधायक बालमुकुंदाचार्य अपने समर्थकों के साथ जामा मस्जिद पहुंचे। उन्होंने मस्जिद के बाहर, फुटपाथ, रामगंज बाजार और सुलभ शौचालयों सहित कई जगहों पर "पाकिस्तान मुर्दाबाद" और "आतंकवाद मुर्दाबाद" लिखे पोस्टर चिपकाए।

इन पोस्टरों में एक लाइन "कौन कहता है आतंक का मजहब नहीं होता?" लिखी गई थी और एक दाढ़ी वाले व्यक्ति की छवि बनी हुई थी। इसे लेकर समुदाय विशेष के लोगों ने विरोध दर्ज कराया और धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया।

भीड़ का इकट्ठा होना और तनाव

पोस्टर लगाने की खबर फैलते ही जामा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। लोगों ने विधायक पर मस्जिद में जूते पहनकर प्रवेश करने और अपमानजनक पोस्टर लगाने का आरोप लगाया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया।

एफआईआर और राजनीतिक हलचल

रात करीब 1 बजे जामा मस्जिद कमेटी की ओर से विधायक के खिलाफ माणकचौक थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई। इसके बाद मस्जिद प्रशासन ने शांति की अपील की और लोगों से घर लौटने का अनुरोध किया।

वहीं कांग्रेस विधायक रफीक खान और अमीन खान भी जयपुर पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे और कार्रवाई की मांग की।

बालमुकुंदाचार्य का पक्ष

विधायक बालमुकुंदाचार्य ने कहा,

“हमने कोई धार्मिक भावना आहत नहीं की। जो पाकिस्तान से नफरत करता है, वो स्टीकर पर चप्पल रखकर जा सकता है। जिसे मोहब्बत है, वो स्टीकर हटा सकता है। यह राष्ट्रभक्ति की अभिव्यक्ति है, न कि किसी मजहब के खिलाफ बयान।”

धार्मिक नेताओं की शांति की अपील

जयपुर के चीफ काजी खालिद उस्मानी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा:

“हम सब पाकिस्तान के खिलाफ हैं। लेकिन हमें एक-दूसरे की भावनाओं को आहत किए बिना देश की एकता के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में

पुलिस की सक्रियता और मस्जिद प्रशासन की समझदारी से स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन शनिवार दोपहर तक गिरफ्तारी न होने पर दोपहर की नमाज जामा मस्जिद के बाहर पढ़ने की चेतावनी दी गई है। पुलिस सतर्क है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैनात है।