Pahalgam आतंकी हमले के खिलाफ शिया समुदाय का पैदल मार्च, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

Pahalgam आतंकी हमले के खिलाफ शिया समुदाय का पैदल मार्च, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ रोष प्रकट करने के लिए शिया समुदाय ने आज एक शांतिपूर्ण पैदल मार्च का आयोजन किया। यह मार्च आज दोपहर 1:30 बजे सुभाष चौक स्थित जामा मस्जिद से शुरू हुआ और सुभाष चौक सर्किल तक पहुंचा।

इस मार्च में शिया समाज के प्रबुद्ध नागरिकों, बुजुर्गों, बच्चों और नौजवानों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर विरोध जताया।

मार्च का नेतृत्व शिया जामा मस्जिद के मौलाना सैयद नाज़िश अक़बर काज़मी और मौलाना सैयद अली ईमाम नकवी साहब ने किया। उन्होंने भारत सरकार से अपील की कि पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष लोगों का तत्काल प्रभाव से बदला लिया जाए। इस दौरान शिया समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के जोरदार नारे लगाए, जो उनके गुस्से और आतंकवाद के प्रति नफरत को स्पष्ट रूप से दर्शा रहे थे।

मार्च के दौरान शिया समाज के प्रवक्ता सैयद जाफर अब्बास तक़वी ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह मार्च सिर्फ श्रद्धांजलि का प्रतीक नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत आवाज है। उन्होंने कहा कि शिया समुदाय इस हमले के दोषियों को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से एकजुट है।

यह पैदल मार्च शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, और समुदाय ने अपनी एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष की भावना को प्रकट किया। शिया समुदाय का मानना है कि आतंकवाद को हर हाल में समाप्त किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे हमलों से बचा जा सके और निर्दोष लोगों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

शिया समुदाय का यह कदम देश में शांति, सुरक्षा और न्याय की भावना को मजबूत करता है। यह समय की आवश्यकता है कि हम सब मिलकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े हों और हर किसी की सुरक्षा को सुनिश्चित करें।