शहीद नखत सिंह को देश का नमन
गुरुवार का दिन बेहद भावुक और गर्व भरा था, जब भारतीय सेना के साहसी हवलदार, हरसाणी गाँव के निवासी, शहीद श्री नखत सिंह, जिन्होंने अरुणाचल प्रदेश में ऑपरेशन अलर्ट के दौरान मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर वीरगति प्राप्त की, उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गाँव हरसाणी लाया गया। यह दिन ना केवल उनके परिवार, बल्कि समूचे बाड़मेर और देश के लिए शोक और सम्मान का प्रतीक बन गया।
शहीद नखत सिंह की इस अंतिम यात्रा में एक विशाल जनसमूह उमड़ा, जो उनके अद्वितीय साहस और सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हरसाणी पहुँचा। जब उनका पार्थिव शरीर बाड़मेर लाया गया, तो वहाँ के साथ शिव विधायक रवींद्र सिंह भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस मौके पर शहीद के सम्मान में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और उनकी बहादुरी को नमन किया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को बाड़मेर से हरसाणी तक जालिपा, हरसाणी फ़ांटा, चुली, भादरेश, सूरा, फ़ोगेरा, बालेबा होते हुए ले जाया गया, जहाँ हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने जगह-जगह पर उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
यह क्षण केवल एक व्यक्ति के बलिदान का नहीं था, बल्कि यह देश की असंख्य माँओं और परिवारों के अटूट साहस और बलिदान का प्रतीक बन गया, जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश की सेवा में समर्पित कर दिया। शहीद नखत सिंह का यह बलिदान हमेशा यह याद दिलाता रहेगा कि हमारा स्वतंत्र और सुरक्षित जीवन इन वीर सपूतों की वजह से ही संभव है, जिन्होंने अपनी जान देकर इस धरती को अमर बना दिया।