आंगन फाउंडेशन की दिवाली: जयपुर में सामुदायिक जागरूकता और सहयोग की मिसाल

आंगन फाउंडेशन की दिवाली: जयपुर में सामुदायिक जागरूकता और सहयोग की मिसाल

राजधानी जयपुर में आंगन फाउंडेशन परिवार की एक बार फिर सराहनीय पहल देखने को मिली। इस बार फाउंडेशन ने सामाजिक मुद्दों को उजागर करने और समुदाय में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया।

कार्यक्रम की विशेषताएँ

फाउंडेशन के आजीवन भामाशाह घासीलाल पाटोदिया के नेतृत्व में आगरा रोड जामडोली स्थित अपना घर आश्रम में 115 महिला प्रभुजन और 21 पुरुष प्रभुजनों को कम्बल एवं भोजन प्रसादी वितरित की गई। इसके साथ ही, 365 बच्चों को भी कम्बल एवं भोजन प्रसादी प्रदान की गई, जिससे उन्हें ठंड में राहत मिली।

दिवाली का उत्सव

आंगन फाउंडेशन परिवार ने अपना घर आश्रम और बौद्धिक एवं बाल शिशु गृह जामडोली में 500 बच्चों और माताओं के साथ दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर 500 कम्बल वितरित किए गए और मिठाई के साथ आतिशबाजी का आयोजन किया गया।

बौद्धिक एवं दिव्यांग बाल शिशु गृह के बच्चों ने बैंड बाजा के साथ सभी का स्वागत किया और विशेष प्रस्तुतियों के माध्यम से समारोह को और भी खास बना दिया। दिव्यांग बच्चों ने भी दिवाली के इस शुभ अवसर पर आतिशबाजी का आनंद लिया, जिससे कार्यक्रम में रंगत और उल्लास भरा गया।

सामुदायिक सहभागिता

कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी देखी गई। परिवारों और बच्चों ने इस अवसर का भरपूर आनंद लिया। आंगन फाउंडेशन के सदस्यों ने सभी उपस्थित लोगों के साथ बातचीत की, जिससे सामुदायिक जुड़ाव और आपसी संबंध मजबूत हुए।

प्रमुख उपस्थिति

इस आयोजन में आंगन फाउंडेशन परिवार के अध्यक्ष गोविंद नाटाणी, कोषाध्यक्ष शिवकृष्ण गुप्ता, सहमंत्री प्रीतम नाटाणी एवं प्रियांशु गुप्ता, साथ ही मोहित नाटाणी, अंकित खंडेलवाल, विकास गुप्ता, पियूष गुप्ता और सांगानेर से घासीलाल पाटोदिया एवं गोविंद शरण पाटोदिया पूरे परिवार सहित उपस्थित रहे। इन सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

समापन

आंगन फाउंडेशन का यह प्रयास न केवल स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा है, बल्कि यह समाज में सामूहिक सहयोग और सहानुभूति की भावना को भी उजागर करता है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से आंगन फाउंडेशन ने यह सिद्ध कर दिया है कि एकजुटता और सामुदायिक प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना संभव है।

इस तरह की पहलों से न केवल जरूरतमंदों की सहायता होती है, बल्कि यह हमें याद दिलाती है कि एकजुट होकर हम मिलकर अपने समाज को और भी बेहतर बना सकते हैं। आंगन फाउंडेशन का यह प्रयास निश्चित रूप से समाज में एक नई रोशनी की किरण जोड़ता है और आगे भी इसी प्रकार के कार्यों की अपेक्षा की जाती है।