राजस्थान में सर्दी का इंतजार- तापमान में गिरावट और पश्चिमी विक्षोभ का असर
राजस्थान में इस वर्ष लोगों को तेज सर्दी के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। अमूमन नवंबर के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाली सर्दी इस बार तीसरे सप्ताह के आखिरी दिनों से शुरू होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने 15 नवंबर तक राज्य में मौसम ड्राई रहने और तापमान में मामूली गिरावट की संभावना जताई है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में जो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं, वे काफी ऊंचाई पर हैं। इसके कारण बारिश और बर्फबारी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान में ही हो रही है। अगले 7-10 दिनों में ये विक्षोभ नीचे आ सकते हैं, जिससे भारत के कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल में बारिश-बर्फबारी की संभावना बढ़ेगी और तेज सर्दी की शुरुआत होगी।
तापमान में गिरावट
राजस्थान में दिन का तापमान अब धीरे-धीरे गिरने लगा है। अलवर, पिलानी, सीकर, फलोदी और चूरू समेत कई शहरों में अधिकतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। सबसे अधिक तापमान जैसलमेर में 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं, रात का तापमान भी गिरने लगा है। फलोदी और बाड़मेर में 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान माउंट आबू में 11.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
स्मॉग का असर
श्रीगंगानगर में सोमवार सुबह स्मॉग का असर देखा गया। पंजाब में पराली जलाने के कारण यहां धुआं फैला हुआ है, जिससे स्मॉग की स्थिति बनी हुई है। अगले दो-तीन दिनों में हल्की बूंदाबांदी या तेज हवा के बाद स्मॉग समाप्त हो सकता है और कोहरे की स्थिति बन सकती है। इसके बाद सर्दी बढ़ने की संभावना है।
आगे का मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने अनुमान जताया है कि 15 नवंबर तक राज्य के अधिकांश शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 31 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। उत्तरी राजस्थान के साथ शेखावाटी में अगले तीन-चार दिनों में तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है।