जोमैटो के शेयर में रॉकेट की तरह उछाल,एक साल में 1 लाख के 3 लाख

जोमैटो के शेयर में रॉकेट की तरह उछाल,एक साल में 1 लाख के 3 लाख

जून तिमाही में जोमैटो ने 253 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 12,550 प्रतिशत अधिक है. CLSA ने जोमैटो के शेयर का टार्गेट प्राइस बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया है, जो ब्रोकरेज फर्मों में सबसे अधिक है. जोमैटो के शेयर में पिछले एक साल में जबरदस्त तेजी आई है, जिससे 1 लाख रुपये की निवेश राशि 3 लाख रुपये हो गई है. इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी के शानदार जून तिमाही के परिणाम और ब्रोकरेज फर्मों की बाई रेटिंग है. आइए, समझते हैं कि जोमैटो कैसे नुकसान से प्रॉफिट में आई और आगे क्या करने जा रही है. जून तिमाही का शानदार परिणाम: जोमैटो ने जून तिमाही में 253 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही के 2 करोड़ रुपये से 12,550 प्रतिशत अधिक है।
 


शेयर में 19% बढ़ोतरी: कंपनी के शेयर में 19% तक की बढ़ोतरी हुई और यह 278.7 रुपये पर पहुंच गया. ब्रोकरेज फर्मों की बाई रेटिंग: CLSA, मोतीलाल ओसवाल, इक्विरस, और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने जोमैटो के शेयर के लिए बाई रेटिंग दी है. CLSA का टार्गेट प्राइस: CLSA ने जोमैटो के शेयर का टार्गेट प्राइस बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया है. ब्लिंकिट का योगदान: जोमैटो की सब्सिडियरी ब्लिंकिट ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे कंपनी को मुनाफा हो रहा है।ब्लिंकिट के स्टोर्स का विस्तार: मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकिट 2026 तक 2,000 क्विक कॉमर्स स्टोर्स खोल सकती है. नेट प्रॉफिट की निरंतर वृद्धि: कंपनी ने पिछले 5 तिमाहियों में लगातार प्रॉफिट दर्ज किया है।
 
ऑपरेशन से रेवेन्यू: जोमैटो ने जून तिमाही में 4,206 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी अवधि से 74.1 प्रतिशत अधिक है. शानदार बिजनेस मॉडल: कंपनी का बिजनेस मॉडल और प्लेटफॉर्म फीस वसूलना प्रॉफिट में आने का मुख्य कारण है. ब्रोकरेज फर्मों का सकारात्मक दृष्टिकोण: नोमुरा और मॉर्गन स्टेनली ने भी जोमैटो की प्रॉफिट ग्रोथ की सराहना की है और टार्गेट प्राइस बढ़ाया है.