खस्ताहाल इमरान खान के लिए पाकिस्तान में अचानक बदलने लगे हालात, क्या होगी वापसी?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए सेना के प्रति अपना रुख नरम कर लिया है। जेल में बंद इमरान खान ने सेना से बातचीत के संकेत दिए हैं, जिससे पाकिस्तान की राजनीति में बड़ा बदलाव आ सकता है। इमरान खान की पार्टी PTI के चोरी किए गए जनादेश की वापसी, हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं की रिहाई, और पारदर्शी चुनाव कराने की तीन शर्तें भी रखी गई हैं। PMLN और PPP के बीच मतभेद और शहबाज सरकार की नाकामियां भी इस स्थिति को और पेचीदा बना रही हैं।
इमरान खान ने सेना के प्रति नरम रुख अपनाया और बातचीत के लिए तैयार हुए. जेल में बंद इमरान खान की सत्ता में वापसी की संभावनाएं बढ़ीं. इमरान खान ने सेना से बातचीत के लिए महमूद खान अचकजई को जिम्मा सौंपा. इमरान खान की तीन प्रमुख शर्तें: PTI के चोरी गए जनादेश की वापसी, PTI कार्यकर्ताओं की रिहाई, पारदर्शी चुनाव. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो बातचीत के लिए तैयार. PPP के अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने शहबाज सरकार को आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया. इमरान खान ने जेल में मीडिया से कहा कि पाकिस्तान को संकट से बचाया जा सकता है. इमरान खान ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने कभी भी सेना की आलोचना नहीं की है. PMLN की मरियम औरंगजेब और मंत्री अत्ता तरार ने इमरान खान के बयान की आलोचना की. PPP और PMLN के बीच मतभेद, सत्ता परिवर्तन की आहट.