प्रदेश में 59वां अंगदान, नई सलाहकार समिति का गठन
राजस्थान में राज्य सरकार ने मानव अंग एवं प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994 के तहत एक नई सलाहकार समिति का गठन किया है. चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी इस अधिसूचना के अनुसार, चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव इस समिति के चेयरपर्सन होंगे और चिकित्सा शिक्षा आयुक्त सदस्य सचिव की भूमिका निभाएंगे. समिति का कार्यकाल दो वर्षों का होगा और इसका प्रशासनिक विभाग चिकित्सा शिक्षा विभाग (ग्रुप-1) होगा. इस समिति के गठन के बाद राज्य में अंगदान और प्रत्यारोपण कार्यक्रमों को एक नई दिशा और मजबूती मिलेगी. अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि राज्य सरकार अंगदान और प्रत्यारोपण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित है. विभाग के प्रयासों से कमेटियों के गठन के बाद प्रदेश में अंगदान और प्रत्यारोपण का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है.
शुक्रवार को जयपुर के नारायणा अस्पताल में प्रदेश का 59वां अंगदान हुआ. गुजरात मूल के और हाल में जयपुर निवासी 44 वर्षीय शुक्ला तेजस उपेन्द्र कुमार का 21 मई 2024 को एक्सीडेंट हुआ था. उन्हें 24 मई को ब्रेन डेड घोषित किया गया. चिकित्सकों और ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर की समझाइश के बाद परिजन उनके अंगदान के लिए तैयार हुए. इसके बाद एक किडनी और लिवर सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर में भेजा गया और एक किडनी का प्रत्यारोपण नारायणा हॉस्पिटल जयपुर में किया गया. इस प्रकार, उपेन्द्र कुमार तीन लोगों को जीवनदान दे गए.