राजस्थान विधानसभा की 6 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने मंगलवार को जयपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में महाजन ने चुनावी प्रक्रिया की विभिन्न तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
नवीन महाजन ने मतदान केंद्रों की स्थापना, नव-मतदाताओं का पंजीकरण और होम वोटिंग की सुविधा को बढ़ाने पर जोर दिया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि मतदाता सूचियों में कोई भी पात्र व्यक्ति छूटे नहीं, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
महाजन ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में मतदाता पंजीकरण की प्रक्रिया को प्रमोट करने के लिए वोटर हेल्पलाइन एप का प्रचार करने की सलाह दी। इसके साथ ही, युवाओं को यह जानकारी देने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया कि पहचान पत्र न होने पर वे 12 वैकल्पिक दस्तावेजों के जरिए मतदान कर सकते हैं।
बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए होम वोटिंग सुविधा को और व्यापक बनाने की बात की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जो मतदाता पहले होम वोटिंग का विकल्प नहीं चुन सके थे, उन्हें इस बार यह सुविधा प्रदान की जाए।
मतदान केंद्रों की संख्या और जरूरतों के आधार पर सहायक मतदान केंद्रों की स्थापना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए। संवेदनशील मतदान केंद्रों के लिए विशेष संसाधनों की व्यवस्था की जाएगी।
उपचुनाव के लिए ईवीएम मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच पूरी हो चुकी है, जबकि सलूंबर विधानसभा के लिए जांच 30 अगस्त तक पूरी की जाएगी। संचार विहीन मतदान केंद्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
इस बैठक में डॉ. सौम्या झा और अंकित कुमार सिंह ने उपचुनाव से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं और कानून-व्यवस्था पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। निर्वाचन आयोग द्वारा उठाए गए ये कदम सुनिश्चित करेंगे कि उपचुनाव शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हो सके।