सांगानेर में बच्चे के अपहरण का मामला- पुलिस ने 9 घंटे में किया खुलासा
सांगानेर सदर इलाके में मंगलवार को हुए बच्चे के अपहरण का पुलिस ने मात्र 9 घंटे में खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अपहरण की इस घटना को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि बच्चे का परिचित ही निकला। उसने फिरौती की रकम से अपने कर्ज चुकाने की योजना बनाई थी।
घटना के बाद अपहरणकर्ता बच्चे को कार में बांसखोह ले गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए रात करीब एक बजे दो अपहरणकर्ताओं को धर दबोचा। उनकी निशानदेही पर बच्चे को एक कमरे से सुरक्षित बरामद कर लिया गया। बच्चे को बंधक बनाकर उसके हाथ-पैर और मुंह कपड़े से बांध दिए गए थे। पुलिस ने अपहरण में इस्तेमाल की गई कार को भी जब्त कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
थानाधिकारी पूनम चौधरी ने बताया कि मुख्य आरोपी सचिन मीणा, जो कि मौज-मस्ती का शौकीन है, पर भारी कर्ज था। इस कर्ज को चुकाने के लिए उसने अपने परिचित रामलाल मीणा के नाबालिग बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने की योजना बनाई। सचिन को पता था कि रामलाल रेलवे में नौकरी करता है और उसके पास पैसे हैं। साथ ही, वह जानता था कि रामलाल का बेटा सात बहनों में सबसे छोटा और इकलौता भाई है, इसलिए फिरौती मिलने की संभावना अधिक थी। पुलिस अब वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।