चिन्मय प्रभु के वकील पर हमला, कट्टरपंथियों ने घर में तोड़फोड़ की
जेल में बंद इस्कॉन के पूर्व प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के केस की पैरवी करने वाले वकील रमन रॉय पर हमला हुआ है। कोलकाता में इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने दावा किया है कि रमन रॉय पर कट्टरपंथियों ने उनके घर में घुसकर हमला किया। वे इस समय ICU में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
राधारमण दास ने सोशल मीडिया पर रमन रॉय की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "उनकी एकमात्र गलती यह थी कि उन्होंने कोर्ट में चिन्मय प्रभु का बचाव किया।" उनके घर में तोड़फोड़ कर बेरहमी से हमला किया गया।
चिन्मय कृष्ण दास पर देशद्रोह का आरोप
बता दें कि चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को पिछले महीने रंगपुर में हिंदू समुदाय के समर्थन में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद ढाका में गिरफ्तार किया गया था। उन पर देशद्रोह का आरोप लगा है। उनकी जमानत याचिका 26 नवंबर को खारिज कर दी गई थी। अब उनकी जमानत पर सुनवाई 2 जनवरी तक के लिए टाल दी गई है।
वकीलों की कमी बनी समस्या
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कानूनी मदद न मिलने की वजह से सुनवाई टाली गई। दरअसल, चिन्मय दास की पैरवी करने के लिए कोई भी वकील कोर्ट में पेश नहीं हुआ, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
ढाका यूनिवर्सिटी में भारत विरोधी प्रदर्शन
इसी बीच, ढाका यूनिवर्सिटी में सोमवार की रात सैकड़ों छात्रों ने भारत विरोधी नारे लगाए। ये प्रदर्शन अगरतला में बांग्लादेश के असिस्टेंट हाई कमीशन के कैंपस में हुई तोड़फोड़ के खिलाफ था।
द डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों ने आरोप लगाया कि भारत सरकार का संबंध बांग्लादेश की जनता से नहीं, बल्कि पूर्व राष्ट्रपति शेख हसीना से है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि भारत, शेख हसीना की सत्ता छिनने से खुश नहीं है।