कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी
देश के राजनीतिक मैदान में चुनावी रंगबिरंगी गतिविधियों की चर्चा हर कोने में छाई हुई है। इसी कड़ी में, कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना 48 पेज का घोषणा पत्र जारी किया। यह पत्र एक सीधा संदेश है, जो आम जनता के विकास और न्याय को लेकर पक्षपात रहित है. दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, खड़गे, और मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष पी चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश को अपनी पार्टी के उद्देश्यों और विचारों के बारे में जानकारी प्रदान की. घोषणा पत्र में कांग्रेस ने गरीबी से पीड़ित लोगों के लिए कई अहम योजनाओं का ऐलान किया है.
मजदूरों के लिए दिनचर्या में 400 रुपये की मजदूरी, गरीब परिवार की महिलाओं को सालाना 1 लाख रुपये की सहायता, और MSP को कानूनी मानदंड बनाने का वादा किया गया है. मुख्य ध्यान युवा, महिला, मजदूर, और किसान को समर्पित योजनाओं पर है। इसके अलावा, आर्थिक-सामाजिक समानता के लिए भी कई कदम उठाए जाएंगे. पार्टी ने अपने मानवीय और नैतिक दृष्टिकोण के साथ एक और बड़ा कदम उठाया है। घोषणा पत्र में उल्लेख किया गया है कि इससे लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी और न्याय के लिए एक मजबूत आधार प्राप्त होगा. खड़गे ने कहा कि हम डरने वाले नहीं है, क्योंकि हम उसूलों वाले लोग हैं। हमारे नेता राहुल और सोनिया के पास डर नाम की चीज नहीं है। नरेंद्र मोदी देश-विदेश के कई दौरे किए, लेकिन वो मणिपुर नहीं गए। मैं जानना चाहता हूं कि जब हमारे नेता राहुल मणिपुर जा सकते हैं तो नरेंद्र मोदी क्यों नहीं जा सकते? मुझे पता है कि मोदी मणिपुर जाने से डरते हैं। डरे हुए आदमी कभी देश नहीं चला सकते...खड़गे ने कहा कि हम घर-घर जाएंगे. लोगों से मिलकर भाजपा की तरफ से किए जा रहे गलत कामों के बारे में बातएंगे। भाजपा का केवल एक काम है कि चंदा दो और ठेका लो, भाजपा पार्टी में करप्ट लोग हैं, लेकिन वो हमें बदनाम कर रहे हैं। जब नेता हमारी पार्टी में रहते हैं तो वो कहते हैं कि कांग्रेस नेता भृष्ट हैं, लेकिन जैसे ही वो उनके पास जाते हैं, उनके सारे पाप धुल जाते हैं...