देश में किसान आंदोलन जारी, सरकार टस से मस नहीं
हमारे देश में किसान आंदोलन तेज गति से चल रहा है . लेकिन सरकार MSP जैसी वाजिब मांग को लेकर अपने अड़ियल रवैये पर अड़ी हुई है. सरकार किसानों की मांगे मानने के लिए तैयार नहीं है. जबकि कई राजनीतिक दलों के मेनिफेस्टो का एमएसपी हमेशा अहम हिस्सा रहा है कि अगर वह पावर में आते हैं तो एसपी लागू करेंगे और इससे पहले भी जब किसान आंदोलन हुआ था उस वक्त भी केंद्रीय सरकार ने यह आश्वासन दिया था कि हम एमएसपी लागू करेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. एक बार फिर से देशभर के किसान आंदोलन कर रहे है. आज किसानों के इस आंदोलन को 14वां दिन है. किसानों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाला है.
पंजाब में किसानों ने नेशनल हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉलियां खड़ी कीं गई है. वहीं हरियाणा में टोल प्लाजों पर किसानों ने प्रदर्शन किया है. इसके साथ किसानों ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के पुतले भी फूंकें है. किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है. लेकिन वे पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. इसी के चलते आम आदमी पार्टी भी किसानों के समर्थन में आ रही है और एमएसपी के पूरी तरह समर्थन में है और पूरा देश भी इसके समर्थन में है, लेकिन सरकार तानाशाही कर रही है, अन्नदाताओं पर आसूं गैस और लाठी चार्ज कर रही है तथा उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही हैं. इसलिए आम आदमी पार्टी किसानों के समर्थन में पूरे देश में आम आदमी पार्टी शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रही हैं. इसी के चलते किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार से एमएसपी लागू करने की मांग के लिए कल यानी की 27 फरवरी को जिला कलेक्टर कार्यालय बालोतरा के सामने शांतिपूर्ण धरना करेंगे.