महाप्रबंधक अमिताभ ने किया निरीक्षण, अमृत भारत स्टेशन योजना के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश।

जयपुर, उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर मंडल के फुलेरा रेलवे स्टेशन पर सोमवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने दुर्घटना राहत गाड़ी एवं अनुरक्षण शेड का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डीएफसीसीआईएल के प्रबंध निदेशक प्रवीण कुमार, मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) विकास पुरवार, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर शिवेंद्र मोहन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह उद्घाटन रेलवे संरक्षा और संचालन को और अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। फुलेरा रेलवे स्टेशन न केवल उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए बल्कि देश के रेलवे नेटवर्क के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र है। इसी को ध्यान में रखते हुए, स्टेशन के आधुनिकीकरण और संरक्षा सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
दुर्घटना राहत गाड़ी एवं अनुरक्षण शेड का महत्व
रेलवे नेटवर्क में दुर्घटना राहत गाड़ियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। आपातकालीन स्थितियों में तेजी से राहत पहुंचाने, दुर्घटनाओं के प्रभाव को कम करने और रेलवे ट्रैकों को जल्द से जल्द सुचारू करने में इन गाड़ियों की अहम भूमिका होती है। फुलेरा में इस नई राहत गाड़ी और अनुरक्षण शेड की स्थापना से रेलवे के परिचालन की दक्षता और संरक्षा स्तर में वृद्धि होगी।
इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कृष्ण कुमार मीना ने बताया कि इस पहल से रेलवे कर्मचारियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में तेजी से कार्रवाई संभव हो सकेगी।
महाप्रबंधक ने किया कर्मचारियों से संवाद और वृक्षारोपण
महाप्रबंधक अमिताभ ने उद्घाटन के बाद फुलेरा रेलवे स्टेशन पर कार्यरत लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, ट्रैकमैन और अन्य विभागों के कर्मचारियों से मुलाकात की। उन्होंने संरक्षा संवाद के दौरान कर्मचारियों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए शीघ्र कदम उठाने का आश्वासन दिया।
इसके अलावा, उन्होंने स्टेशन परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। इस पहल का उद्देश्य स्टेशन परिसर को हरित और प्रदूषण मुक्त बनाना है।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत निरीक्षण और निर्देश
महाप्रबंधक ने फुलेरा रेलवे स्टेशन पर चल रहे अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पुनर्विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया। इस योजना के तहत फुलेरा स्टेशन को आधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन कार्यों को शीघ्रता से पूरा किया जाए ताकि यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और सुगम यात्रा अनुभव मिल सके।
निरीक्षण के दौरान निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों का मूल्यांकन किया गया:
वैगन कैयर कॉम्पलेक्स का निरीक्षण
पारिस्थितिक पार्क और नई स्काउट एवं गाइड सुविधाओं का अवलोकन
सामुदायिक भवन और रेलवे हॉस्पिटल की स्थिति की समीक्षा
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कंट्रोल टॉवर का निरीक्षण
स्टेशन पुनर्विकास कार्यों की प्रगति की जांच
महाप्रबंधक ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी कार्य गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूरे किए जाएं ताकि रेलवे की संरचना और सेवाओं को बेहतर बनाया जा सके।
वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल थे:
मदन राम देवड़ा (प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक)
पीयूष माथुर (प्रमुख मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर)
संजीव दीक्षित (अपर मंडल रेल प्रबंधक)
जितेंद्र पाट्टवा (सीटीई, उत्तर पश्चिम रेलवे)
राजेश कुल्हारी (सीई/एलई)
प्रमोद रावत (वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर)
जगदीश कुमार (मंडल वाणिज्य प्रबंधक)
इन सभी अधिकारियों ने स्टेशन की विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया और रेलवे सेवाओं को और अधिक कुशल बनाने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
स्थानीय नागरिकों ने महाप्रबंधक का किया स्वागत
फुलेरा रेलवे स्टेशन पर स्थानीय नागरिकों ने महाप्रबंधक महोदय का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर नागरिकों ने अपनी रेलवे से संबंधित समस्याओं का ज्ञापन सौंपा, जिस पर महाप्रबंधक ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
स्थानीय यात्रियों ने रेलवे सेवाओं में सुधार के लिए अपने सुझाव भी दिए, जिनमें अतिरिक्त यात्री सुविधाएं, ट्रेन शेड्यूल में सुधार और स्वच्छता संबंधी मुद्दे प्रमुख थे।
फुलेरा रेलवे स्टेशन के विकास में एक नया अध्याय
फुलेरा रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना राहत गाड़ी और अनुरक्षण शेड का उद्घाटन रेलवे के विकास और संरक्षा प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहे पुनर्विकास कार्यों से फुलेरा स्टेशन आधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसज्जित होकर एक नए स्वरूप में उभरने की ओर अग्रसर है।
रेलवे प्रशासन द्वारा किए जा रहे इन प्रयासों से न केवल रेल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि रेलवे कर्मचारियों के कार्यस्थल की संरक्षा और दक्षता में भी वृद्धि होगी। यह पहल भविष्य में रेलवे संचालन को और अधिक प्रभावी, सुरक्षित और आधुनिक बनाने में सहायक सिद्ध होगी।