देवनानी की पहल पर विधानसभा प्रकाशन में नवाचार, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को दैनन्दिनी भेंट
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सोमवार को यहां राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र और ओटीएस स्थित मुख्यमंत्री निवास पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को राजस्थान विधानसभा दैनन्दिनी 2024-25 भेंट की. राजस्थान विधान सभा के इतिहास में पहली बार दैनन्दिनी का प्रकाशन भारतीय वर्ष के अनुसार किया गया है. देवनानी ने बताया कि नवसंवत्सर 2081 के माह चैत्र शुक्ल, प्रतिपदा से दैनन्दिनी को आरम्भ किया गया है.
इस बार दैनन्दिनी अप्रेल, 2024 से आरम्भ की गई है। हिंदी तिथि के साथ-साथ वर्तमान में प्रचलित अंग्रेजी तिथियों का भी समावेश किया गया है. राजस्थान विधानसभा कदाचित देश की ऐसी पहली विधानसभा बन गई है जहां भारतीय वर्ष के अनुसार दैननिदनी का प्रकाशन किया गया है. राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की पहल पर विधान सभा के प्रकाशन दैनन्दिनी में नवाचार किये गये हैं। भारतीय वर्ष के अनुसार माह और तिथियों का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है. महापुरुषों के चित्रों का समावेश - देवनानी ने बताया कि भारत वीर-वीरागनाओं और महापुरुषों का देश है। यहां ऐसे-ऐसे महापुरुष हुए है, जो भारत में ही नहीं अपितु विश्व में अपनी आध्यात्मिकता और विद्वत्ता की अमिट छाप छोड गये है। कोई तलवार के धनी तो कोई कलम के धनी तो कोई वाणी के धनी महापुरुष हुए है। उनके चिंतन से समाज को नई दिशा मिली है। नई पीढी को महापुरुषों को स्मरण में बनाये रखने के लिए विधान सभा की दैनन्दिनी में यह नया प्रयास किया है। इससे लोगों को उनके आदर्श जीवन से प्रेरणा मिल सकेगी. देवनानी ने बताया कि डायरी में भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, छत्रपति शिवाजी, महर्षि दयानन्द सरस्वती, मीरा बाई, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानन्द, सुभाष चन्द बोस, महावीर स्वामी और चन्द्र शेखर आजाद के चित्रों का समावेश किया गया है। श्री देवनानी ने बताया कि महापुरुष राष्ट्र के लिये प्रेरणा स्त्रोत होते है। समाज के लिये आदर्श होते है . देवनानी ने बताया कि इस बार डायरी को अधिक उपयोगी बनाया गया है। डायरी को उपयोगकर्ता आसानी से हाथ में ले जा सकता है। साथ ही एक दिवस के लिए एक पृष्ठ दिया गया है ताकि उपयोगकर्ता प्रतिदिन की अधिक से अधिक सूचनाओं को दर्ज कर सके.