जस्टिस मूलचंदानी ने अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण किया

जस्टिस मूलचंदानी ने अध्यक्ष पद का कार्यभार ग्रहण किया

आज शासन सचिवालय में जस्टिस जी आर मूलचंदानी ने मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया. इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में मानव अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण को प्राथमिकता देने की बात कही. उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं और मानव अधिकारों से संबंधित बिंदुओं को विधायी परिप्रेक्ष्य में स्थायी और प्रभावी रूप से संबोधित किया जाएगा. जस्टिस मूलचंदानी ने वर्तमान समय में पब्लिक लाइफ में मूल्यों की कमी पर चिंता जताई और कहा कि लोग अधिकारों का अतिक्रमण कर रहे हैं और विधायी प्रावधानों का पालन न करके उनका उल्लंघन कर रहे हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मानव अधिकारों का क्षेत्र बहुत व्यापक हो गया है और इन्हें प्रोटेक्ट करने के लिए और लोगों में जागरूकता लाने के लिए आयोग प्रभावी कार्रवाई करेगा. जहां भी मानव अधिकारों के उल्लंघन की शिकायतें आएंगी, वहां अनुसंधान किया जाएगा.  जस्टिस मूलचंदानी ने कहा कि वह स्वयं इन शिकायतों को देखेंगे, विशेषकर कस्टोडियल परेशानियों के मामले में अगर पुलिस द्वारा किसी प्रकार का मानव अधिकारों का उल्लंघन होता है और यह आयोग के संज्ञान में आता है, तो इस पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. पेंडिंग मामलों की जांच कराई जाएगी और सभी के सहयोग से उन्हें जल्द से जल्द विधिसम्मत रूप से निपटाया जाएगा. जस्टिस मूलचंदानी ने विश्वास व्यक्त किया कि इन प्रयासों से मानव अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण में महत्वपूर्ण प्रगति होगी।इस प्रकार, मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में जस्टिस जी आर मूलचंदानी ने अपने संकल्प और कार्य योजनाओं को स्पष्ट करते हुए मानव अधिकारों की सुरक्षा और जनमानस की समस्याओं को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया.