विधायक बालमुकुंद आचार्य का विवाद- वक्फ बोर्ड के नोटिस बोर्ड पर भड़के

विधायक बालमुकुंद आचार्य का विवाद- वक्फ बोर्ड के नोटिस बोर्ड पर भड़के

हवामहल विधानसभा क्षेत्र के फायरब्रांड विधायक बालमुकुंद आचार्य एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह जयपुर के बांस बदनपुरा इलाके में वक्फ बोर्ड के एक नोटिस बोर्ड को देखकर भड़कते नजर आ रहे हैं। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने विधायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, जब विधायक बालमुकुंद आचार्य बांस बदनपुरा पहुंचे, तो वहां बच्चे मदरसे में पढ़ाई कर रहे थे। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि विधायक जूते पहनकर मदरसे में दाखिल हुए और वहां के पेश इमाम, असद अली मीर, के साथ अभद्र व्यवहार किया।


शिया समुदाय के मीडिया कॉर्डिनेटर, सैयद जाफर अब्बास, ने विधायक पर मनमानी और गुंडई करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह वक्फ बोर्ड का नोटिस पहले से लगा हुआ था, जिसे प्रशासनिक अनुमति के बाद लगाया गया था। उनके अनुसार, विधायक ने इमाम बारगाह में जूते पहनकर प्रवेश किया और वहां मौजूद महिलाओं के साथ भी अभद्रता की।

जाफर अब्बास ने बताया कि इस संपत्ति पर जमीन माफियाओं की नजर थी, इसलिए इसे बचाने के लिए वक्फ बोर्ड का नोटिस लगाया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस को पहले ही इस बारे में जानकारी दे दी गई थी, और सबकी अनुमति के बाद ही नोटिस बोर्ड लगाया गया था।


राजस्थान मुस्लिम वक्फ बोर्ड के चेयरमैन, डॉ. खानू खान बुधवाली, ने बताया कि 20 सितंबर को जयपुर के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर इस संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का नोटिस लगाने की सूचना दी गई थी। इस पत्र में बताया गया कि यह वक्फ संपत्ति पहले से शिया वक्फ के रूप में दर्ज है और प्रशासन से अनुमति प्राप्त कर इस पर नोटिस बोर्ड लगाया जा रहा है।

अब इस घटना को लेकर विवाद गहराता जा रहा है, और दोनों पक्षों द्वारा अपने-अपने दावे किए जा रहे हैं।