राजस्थान में 'वन नेशन वन इलेक्शन' और राहुल गांधी के बयानों पर गर्मायी राजनीति

राजस्थान में 'वन नेशन वन इलेक्शन' और राहुल गांधी के बयानों पर गर्मायी राजनीति

राजस्थान की राजनीति इन दिनों 'वन नेशन वन इलेक्शन' और राहुल गांधी के बयानों को लेकर बेहद गर्म है। हाल ही में कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पलटवार करते हुए राहुल गांधी की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाए हैं। मदन राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी विदेश जाकर देश के नेतृत्व, आरक्षण समाप्त करने और भारत विरोधियों के साथ चर्चा करके ऐसे बयान क्यों देते हैं जिन पर सवाल खड़े हों। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ऐसे मौके ही न दें, तो हम उन पर बात ही नहीं करेंगे।"

राजस्थान को केंद्रीय बजट में कम फंड मिलने के आरोप पर मदन राठौड़ ने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि "शायद पायलट ने बजट पढ़ा ही नहीं। गहलोत सरकार के समय जब वह सत्ता में थे, तो कर्मचारियों को वेतन देने तक के पैसे नहीं थे।"

'वन नेशन वन इलेक्शन' पर सचिन पायलट के सवालों का जवाब देते हुए मदन राठौड़ ने कहा, "प्रत्येक व्यक्ति हर क्षेत्र में विशेषज्ञ नहीं होता। विशेषज्ञ इस पर समीक्षा कर रहे हैं, और सभी की इच्छा है कि बार-बार आचार संहिता लागू न हो, जिससे सरकार को काम करने के लिए अधिक समय मिल सके।"

इसी बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवारी ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला। तिवारी ने कहा, "राहुल गांधी भारत के बाहर जाकर बयानबाजी करके केवल पब्लिसिटी पाना चाहते हैं, जो भारत की छवि को खराब करता है।"

तिवारी ने सैम पित्रोदा, जोकि राहुल गांधी द्वारा भाग लिए गए कार्यक्रम के आयोजक थे, पर भी सवाल उठाए और उन्हें 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का सदस्य करार दिया।

वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे पर तिवारी ने कहा, "यह समय की आवश्यकता है, और कमेटी की रिपोर्ट में भी इसका समर्थन किया गया है।"

इन मुद्दों को लेकर राजस्थान की राजनीति में लगातार बयानबाजी जारी है, और 'वन नेशन वन इलेक्शन' और राहुल गांधी के बयानों पर राजनीतिक गर्माहट बढ़ती जा रही है।