राज कपूर की 100वीं जयंती पर रिद्धिमा कपूर ने साझा की बचपन की यादें।

राज कपूर की 100वीं जयंती पर रिद्धिमा कपूर ने साझा की बचपन की यादें।

भारतीय सिनेमा के शोमैन राज कपूर की 100वीं जयंती पर उनकी पोती रिद्धिमा कपूर ने अपने दादा के साथ बिताए हुए कुछ यादगार पलों को साझा किया। रिद्धिमा ने बताया कि कैसे राज कपूर अपने बच्चों और पोते-पोतियों के साथ बिताए गए पलों को बेहद खास मानते थे और उनका प्यार उनके हर कदम में झलकता था।

रिद्धिमा कपूर ने अपने दादा के साथ बचपन की कुछ बेहतरीन यादें शेयर कीं। उन्होंने कहा, "दादा जी के साथ वीकेंड पर चेंबूर में बिताना एक अनमोल अनुभव था। हम शनिवार को स्कूल से सीधे उनके पास चले जाते थे और सोमवार को स्कूल के लिए वापस जाते थे।" वह बताती हैं कि दादा जी हमेशा बच्चों के आस-पास रहने से खुश होते थे, जो घर में खुशनुमा माहौल बनाता था।

रिद्धिमा ने यह भी कहा कि कपूर परिवार खाने-पीने का बहुत शौकीन था और राज कपूर को खासतौर पर खाना खिलाने का बहुत शौक था। "डाइनिंग टेबल हमेशा खाने से भरा रहता था, लेकिन दादा जी खुद एक साधारण अंडा और खाना खाते थे," रिद्धिमा ने बताया। खास बात यह थी कि राज कपूर खुद अपने हाथों से पोते-पोतियों के लिए खाना बनाते थे। वह खुद किचन में जाकर कभी मैक्रोनी तो कभी अन्य व्यंजन तैयार करते थे और बच्चों को खुद खिलाते थे।

रिद्धिमा कपूर ने यह भी खुलासा किया कि राज कपूर के कमरे में एक छोटा सा फ्रीज था जिसमें हमेशा चॉकलेट भरी रहती थी। "हम जब भी चाहते, दादा जी के कमरे में चले जाते थे और चॉकलेट खाते थे," रिद्धिमा ने कहा।

इसके अलावा, रिद्धिमा ने यह भी बताया कि राज कपूर वीकेंड पर अपने पोते-पोतियों के साथ हमेशा मस्ती करते थे। वह उन्हें मुंबई के वाशी स्थित बिग स्प्लैश क्लब में लेकर जाते थे और फिर माटुंगा के एक साउथ इंडियन रेस्तरां में इडली और डोसा का स्वाद लेते थे। दादा जी बच्चों को ऐसी जगहों पर भी घुमाने ले जाते थे, जहां न सिर्फ एंटरटेनमेंट था बल्कि कुछ नया सीखने को भी मिलता था। "दादा जी हमें प्लेनेटेरियम और अजंता-एलोरा की गुफाएं दिखाने ले जाते थे," रिद्धिमा ने याद किया।

राज कपूर और उनके पोते रणबीर कपूर के बीच विशेष लगाव था। रिद्धिमा ने कहा, "दादा जी जब भी इंटरनेशनल टूर पर जाते थे तो हमेशा रणबीर के लिए सूट और मेरे लिए टियारा लेकर आते थे।"

राज कपूर की पार्टीज भी मशहूर थीं, लेकिन बच्चों को इन पार्टियों में जाने की इजाजत नहीं थी। रिद्धिमा कहती हैं, "हम बच्चे थे, इसलिए हमें पार्टी में नहीं जाने दिया जाता था। हम दूर से उन पार्टियों का नजारा देखा करते थे।" रिद्धिमा ने यह भी बताया कि वह और रणबीर कपूर केवल 9 और 7 साल के थे जब राज कपूर का निधन हुआ।

रिद्धिमा कपूर के लिए, राज कपूर के साथ बिताया हर पल आज भी उनकी यादों में जिंदा है। उनके जीवन के इन खास पलों को याद करते हुए रिद्धिमा ने कहा, "हमारे लिए दादा जी के साथ बिताए गए समय की कोई कीमत नहीं है।"

राज कपूर की 100वीं जयंती पर रिद्धिमा का यह साक्षात्कार उनकी अद्भुत यादों को जीवित करता है और भारतीय सिनेमा के इस महान शोमैन के प्रति श्रद्धांजलि भी है।