ज्ञानदेव आहूजा ने संत रामभद्राचार्य को दी सलाह, नरेश मीणा प्रकरण को बताया सही!

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने हाल ही में राष्ट्रीय संत रामभद्राचार्य के आरक्षण पर दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि संतों का मुख्य कार्य समाज को जोड़ना है, न कि तोड़ना। उन्होंने रामभद्राचार्य से आग्रह किया कि इस प्रकार के बयान न दें, जो समाज में विघटन का कारण बन सकते हैं।
नरेश मीणा द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने के प्रकरण पर आहूजा ने कहा कि उनका यह कदम सही है या गलत ये सोचने का विषय है। हालांकि उन्होंने इस पर हनुमान बेनीवाल के विचारों को सही ठहराया है। हालांकि, उन्होंने मीणा के समर्थकों द्वारा पुलिस की गाड़ियों में आग लगाए जाने की निंदा की और इसे राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाला कार्य बताया।
पिछड़े समाज के लिए संदेश देते हुए आहूजा ने कहा कि यह समाज सनातन धर्म की रीढ़ की हड्डी है। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को संत रविदास के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके मंदिरों के निर्माण के लिए पहल करनी चाहिए।